रांची (RANCHI) : 36 घंटे बाद सीएम के बाहर आने के बाद, झारखंड में सियासत की घमासान शुरू हो चुकी है. सीएम हेमंत महागठबंधन के नेताओं और विधायकों के साथ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्य तिथि के अवसर पर अपना श्रद्दा सुमन अर्पित कर सत्ता के गलियारों में चल रहे तमाम सियासी चर्चाओं पर पूर्ण विराम लगा दिया है. तो झामुमो कार्यालय में आज झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने विपक्षी की सरकार पर जोरदार हमला बोला है. उन्हों कहा कि राष्ट्रपिता के 76 वें पुण्य तिथि पर महात्मा गांधी को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद हम बोल रहे है कि बापू हम शर्मिंदा है तेरे कातिल ज़िंदा है. बापू को मारने वाले लोग तरह-तरह से लोकतंत्र की हत्या की कोशिश कर रहे है. मुख्यमंत्री केवल एक व्यक्ति नहीं वह खुद एक संस्थान है. सीएम राज्य के प्राइम संस्थान है,उनके खिलाफ जिस तरह से बयान भाजपा के द्वारा दिया गया.यह भारतीय संविधान के मुताबिक मानहानि का मुकदमा बनता है.
बाबूलाल का इलाज करने वाले मनोचिकित्सक को झामुमो देगी 11 लाख
झामुमो ने कहा कि विपक्ष में बैठे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसदों पर आपराधिक मुकदमा चलाएंगे. बाबूलाल पोस्टर डाल कर 11 हजार रुपये इनाम की बात करते है. अब झामुमो बाबूलाल के इलाज के लिए 11 लाख खर्च करेगी.जो भी मनोचिकित्सक बाबूलाल का इलाज करेगा उसे झामुमो 11 लाख रुपये देने का काम करेंगे. जब मुख्यमंत्री 31 जनवरी को इडी अपने आवास पर बुलाया है. तो फिर किसके कहने पर ईडी सीएम के आवास पर गयी. सीएम के बिना उपस्थिति में आखिर कैसे सीएम आवास की तलाशी ली गई. जिसके बाद 36 लाख रुपये मिलने की खबरें चलाई जा रही है. आखिर यह पैसा किसका है यह बताया जाए पूरी तरह से प्लान्ट कर पूरे हलचल को बनाया गया है.
झामुमो ने खड़ा किया सवाल
आगे उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ना तो हेमंत विश्वशर्मा है और ना ही नीतीश कुमार वह वीर शिबू का बेटा है. वह झुकने वाला नहीं है. वहीं दूसरी तरफ राज्यभवन अलग तरीके से विधि व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है. DGP और गृह सचिव को बुला रहे है. जिस पर झामुमो ने सवाल खड़ा करते हुए पूछा कि कहां विधी व्यवस्था फेल है. यह बताने का काम करें. कोई प्रकट होने की बात बोल रहा है तो कोई लापता ,क्या सीएम हेमंत सोरेन को भाजपा दफ्तर में जाकर पंच लगाना था कि इतना उत्तेजित भाजपा के लोग थे. आगे कहा कि 2024 का चुनाव नजदीक है, ऐसे लोगों को अब जनता आइसोलेट करने का काम करेगी.
रिपोर्ट. समीर हुसैन