रांची(RANCHI): हेमन्त सोरेन को सुप्रीम कोर्ट से कड़ा झटका लगा है. कोर्ट में चुनाव प्रचार के लिए रिहाई को लेकर याचिका दाखिल की गई थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को सुनने से इनकार कर दिया है. अब आगे फिर याचिका दायर कर राहत की गुहार लगा सकते है. बता दे कि हेमन्त सोरेन जमीन घोटाले मामले में तीन माह से जेल में बंद है. ईडी में 31 जनवरी को हेमन्त सोरेन कप गिरफ्तार किया था.
हेमन्त सोरेन झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष है. ऐसे में चुनाव के समय एक बड़ी कमी पार्टी को खल रही है. एक मात्र ऐसा चेहरा था जिनके दम पर 2019 के चुनाव में मैदान में झामुमो दिखी थी. लेकिन अब 2024 में माजरा कुछ और ही है. हेमन्त सलाखों के पीछे है. चुनाव की कमान पार्टी के अन्य नेताओं ने अपने हाथ में थामा है. जिसके बाद हेमन्त की कमी को देखते हुए चुनाव को आधार बना कर रिहाई की गुहार लगाई गई.लेकिन सुप्रीम कोर्ट में इस याचिका को ही सुनने से इनकार कर दिया है.
अगर संविधान के हिसाब से देखे तो चुनाव प्रचार को कोई मौलिक अधिकार नहीं है. ऐसे में कोर्ट ने भी इसे ध्यान में रहते हुए याचिका को खारिज कर दिया है. चुनाव के समय अगर हेमन्त को राहत दी जाती तो कई और नेता है जो फिलहाल जेल में बंद है वह भी इसी आधार पर बेल की डिमांड कर सकते थे.लेकिन कोर्ट ने साफ कर दिया कि चुनाव प्रचार कोई आधार नहीं हो सकता है