रांची - झारखंड में विधानसभा का चुनाव होने वाला है. राजनीति जोरों से चल रही है. इसलिए आरोप प्रत्यारोप का नया-नया एडिशन देखने को मिल रहा है. झारखंड में सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे को नीचा दिखाने या फिर आईना दिखाने में पीछे नहीं रह रहे हैं. इधर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने असम में बाढ़ की विभीषिका का उल्लेख अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर किया है. जानिए ताजा मामला.
हेमंत सोरेन असम के मुख्यमंत्री को क्या दिया संदेश
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बहुत ही संवेदनशील तरीके से सोशल मीडिया एक्स पर एक रोचक पोस्ट की डाला है. इसमें उन्होंने लिखा है कि असम में बाढ़ की स्थिति है. झारखंड हमेशा से आपदा की घड़ी में दूसरे राज्यों के साथ खड़ा है. यह मुख्यमंत्री ने नहीं लिखा है कि वह किस तरह से आपदा पीड़ित असम के बाढ़ पीड़ितों को सहायता दे सकते हैं.परंतु उन्होंने यह जरुर लिखा है कि वे मां कामाख्या से प्रार्थना करते हैं कि असम वासी बाढ़ की त्रासदी से जल्द से जल्द उबर जाएं. दरअसल असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा सरमा झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा नेतृत्व के द्वारा सह प्रभारी बनाए गए हैं.पिछले एक महीने में वह झारखंड का पांच बार दौरा कर चुके हैं. निश्चित रूप से उनका उद्देश्य भाजपा को झारखंड में सत्ता की कुर्सी पर बैठना है. इसलिए असम के मुख्यमंत्री हर तरह का प्रयास कर रहे हैं. हेमंत सोरेन पर लगातार उनका हमला हो रहा है.यहां तक कि वे पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की तारीफ भी कर रहे हैं.संभवत: यह बड़ा कारण है कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उन्हें अपने प्रदेश की समस्या के निदान के लिए आइना दिखा रहे हैं. असम के मुख्यमंत्री लगातार झारखंड प्रवास के दौरान राज्य सरकार पर हमला बोल रहे हैं.तरह-तरह का आरोप लगा रहे हैं. भाजपा के नेता इसी रूप में देख रहे हैं.
असम के मुख्यमंत्री ने हेमंत सोरेन को क्या दिया जवाब, जानिए
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा सोशल मीडिया पर असम में बाढ़ की स्थिति पर चिंता व्यक्त करने संबंधी पोस्ट पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा सरमा ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इसके लिए आभार जताया है. भाजपा के प्रदेश महामंत्री मनोज सिंह ने कहा कि दरअसल झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन घबरा गए हैं.उन्हें अपनी जमीन खिसकती हुई नजर आ रही है. इसलिए वह इस तरह की बातें कर रहे हैं. झारखंड में हर तरफ लूट, अपराध, घोटाला का बाजार गर्म है. उन्हें यह सब नजर नहीं आ रहा तो वह असम में बाढ़ की स्थिति पर चिंता जताने चले हैं.