धनबाद(DHANBAD): झारखंड में पहली अगस्त की रात से शुरू हुई भारी बारिश के बाद झारखंड सरकार भी अलर्ट हो गई है. मौसम विभाग ने दो एवं तीन अगस्त को पूरे प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. सरकार के अवर सचिव विजय कुमार ने 2 अगस्त को प्रदेश के सभी उपायुक्त को पत्र जारी कर कहा है कि दो एवं तीन अगस्त को भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है. इसके आलोक में सभी जिलों में आवश्यक सुरक्षात्मक करवाई सुनिश्चित की जाए. इस पत्र को अत्यावश्यक बताया गया है. कोयलांचल में गुरुवार की रात से शुरू हुई लगातार बारिश केवल शहर की ही सूरत नहीं बिगाड़ रही है ,बल्कि कोलियरी इलाकों में खतरा भी बढ़ा दिया है. पहली अगस्त की रात से शुरू हुई बारिश 26 सितंबर 1995 की याद दिला दी है. 26 सितंबर 1995 के उस काले दिन को याद कर लोग आज भी सिहर उठते है. उस दिन 65 कोयला श्रमिक जल समाधि ले लिए थे.
दरअसल, 1995 में भी इसी तरह से बारिश हो रही थी. चारों ओर पानी का बेग बढ़ रहा था. बीसीसीएल की गजलीटांड़ कोलियरी के बगल में बहने वाली कतरी नदी बेकाबू हो गई थी. तटबंध को तोड़ते हुए गाजलीटांड़ खदान की ओर पानी का रुख हो गया था. 64 श्रमिक इस खदान में जल समाधि ले लिए थे. उस समय देश के कोयला मंत्री जगदीश टाइटलर थे. धनबाद से पटना ,पटना से कोलकाता होते हुए दिल्ली तक कोहराम मच गया था. वैसे भी बारिश का दिन कोयलांचल के लिए खतरा लेकर आता है. जल जमाव, धसान ,गैस रिसाव की घटनाएं बढ़ जाती है. अभी कोयलांचल में लगातार बारिश से जहां घर- मुहल्लों में पानी भर रहा है, वही कोलियरी इलाकों में प्रदूषण के कारण लोगों का रहना मुश्किल हो रहा है. सड़कें दिखाई नहीं दे रही है.जिन इलाकों में भूमिगत आग है, वहां पानी के प्रवेश से गैस निकल रही है. लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है.
रिपोर्ट --धनबाद ब्यूरो