धनबाद(DHANBAD) : धनबाद में 11000 के बिजली तार 'किलर' हो गए है. रविवार की सुबह बैंक मोड का बाजार फिर एक बार जलने से बच गया. गनीमत रही कि आग को कहर बरपाने के पूर्व ही बुझा लिया गया. 31 अक्टूबर को छठ के दिन भी बैंक मोड़ के एक होलसेल दुकान में आग लगी थी. रविवार की सुबह गया पुल के नीचे की एक दुकान पर 11000 वोल्ट का तार टूट कर गिर गया. तार का टूटना क्या था कि आग की तेज लपटें उठने लगी. इलाके में कोहराम मच गया, संयोग अच्छा रहा कि उस समय बाजार बंद था. आग लगने की सूचना जंगल की आग की तरह फैली और अगल-बगल के दुकानदार, जिस हालत में थे, भागे-भागे पहुंचे. आग बुझाने की कोशिश शुरू की गई.
पुलिस और दमकल विभाग भी पंहुचा
आग लगने की सूचना बैंक में पुलिस और दमकल विभाग को भी दी गई. पुलिस और दमकल विभाग ने भी सक्रियता दिखाई और सूचना पर तुरंत रिएक्ट किया. लेकिन, दमकल विभाग के पहुंचने के पहले ही लोगों के प्रयास ने आग की गति को कमजोर कर दिया था. दमकल विभाग पहुंचकर आग पर नियंत्रण पाया. 11000 के तार गिरने और लोगों की जान लेने की घटनाएं धनबाद- झरिया में पहले भी हुई है.
पहले भी हुई है ऐसी घटना
इसके पहले भी मटकुरिया रोड के एक फ्लैट में भीषण आग लग गई थी. किसी प्रकार फ्लैट में रह रहे लोगों को बचाया गया था. इतना ही नहीं, बैंक मोड़ में ही गुपचुप खा रहे परिवार पर भी बिजली का तार गिर गया था, जिसमें 2 से 3 लोग झुलस गए थे. पिछले साल छठ के समय ही झरिया में बिजली के तार के चपेट में आकर 2 लोगों की जानें चली गई थी. लेकिन इन घटनाओं से बिजली विभाग पर कोई असर नहीं होता. लोगों के घरों के ऊपर से 11000 के तार गुजरे हैं, बिजली विभाग से लोग इसे हटाने का अनुरोध करते हैं लेकिन होता कुछ नहीं है. प्रत्यक्षदर्शियों की बातों पर भरोसा करें तो तार पहले से ही जर्जर था, बिजली विभाग के अधिकारियों से कई बार अनुरोध किया गया इसे ठीक करा लिया जाए, लेकिन विभाग इस पर कोई कार्रवाई नहीं की और नतीजा हुआ कि रविवार कि सुबह तार गिर गया और आग लग गई.
रिपोर्ट: शांभवी सिंह, धनबाद