Ranchi-चुनावी संग्राम में एक दूसरे के विरुद्ध ताल ठोक रहे प्रदीप यादव और गोड्डा के निर्वतमान सांसद निशिकांत दुबे का एक दूसरे से हाथ मिलाने की एक तस्वीर बेहद चर्चा में हैं. लोग इसे स्वस्थ्य लोकतंत्र की खुशनुमा तस्वीर बता रहे हैं.दरअसल यह तस्वीर गोड्डा समाहरणालय की है, जहां प्रदीप यादव अपने नामांकन के लिए पहुंचे थें, एक तरफ प्रदीप यादव अपने सर्मथकों के साथ समाहरणालय की ओर से बढ़ रहे थें, वहीं दूसरी ओर निशिकांत दुबे वापस निकल रहे थें, जैसे ही दोनों की नजर एक दूसरे पड़ी, दोनों एक दूसरे की ओर हाथ बढ़ाने से नहीं रोक सके.
नामांकन के बाद आज प्रदीप यादव की रैली
यहां ध्यान रहे कि आज अपने नामांकन के बाद प्रदीप यादव आज विशाल रैली को संबोधित करने वाले हैं, इस रैली में कल्पना सोरेन, कांग्रेस अघ्यक्ष मल्लिकार्जून खड़गे, सीएम चमाई के साथ ही इंडिया गठबंधन के दूसरे नेताओं के भी शामिल होने की सूचना है. दावा किया जा रहा है कि इस रैली में करीबन एक लाख लोगों की भीड़ जुटेगी, इस इंडिया गठबंधन की ओर से अपना शक्ति प्रदर्शन भी बताया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर निशिकांत दुबे ने दावा किया था कि यदि उनके सामने मुकाबले में प्रदीप यादव आते हैं, तो यह मुकाबला बेहद एकतरफा होगा और उन्हे किसी प्रचार-प्रसार की जरुरत नहीं होगी, हालांकि कांग्रेस की ओर से दीपिका पांडेय सिंह को हटाने और मुकाबले में प्रदीप यादव को लाने के बाद निशिकांत अपने इस दावे पर कायम नहीं रह सकें और पूरा परिवार के साथ इस कड़कती धूप में दिन रात प्रचार में जुटे हैं. जिसको लेकर अब प्रदीप यादव की ओर से चुसकी भी ली जा रही है.
हालांकि देखना होगा कि अंतिम परिणाम क्या आता है, खास कर जिस तरीके से निशिकांत के खासमखास रहे अभिषेक झा ने मोर्चा खोल रखा है, उनके करीबी रहे बबलू खबाड़े ने मोर्चाबंदी की है, और मधुपुर से पूर्व विधायक राज पालिवार की ओर से भीतरघात का खतरा मंडरा रहा है, निशिकांत की राह इतनी आसान नजर नहीं आ रही.