गुमला(GUMLA):गुमला जिला के अधिकांश पर्यटन स्थलों पर किसी प्रकार की सुविधा नहीं है,जिसकी वजह से इन स्थलों पर लोगों को पहुंचने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. जिसको लेकर लोगों ने चिंता व्यक्त की है,साथ ही सरकार से इन स्थलों को विकसित करने की अपील की है.गुमला जिला सहित झारखंड में पर्यटन स्थलों की भरमार है, लेकिन इन स्थलों के विकास को लेकर सही रूप से पहल नहीं हो पाने से उतनी संख्या में लोग नहीं पहुच पाते है जितनी संख्या में लोगो को पहुंचना चाहिए,क्योंकि इन स्थलों तक पहुंचने का रास्ता भी सही नही बन पाया है.
हर वर्ष पर्यटन स्थलों पर ऐसी घटनाएं होती है, जो खुशी के माहौल को मातम में बदल देती है
स्थानीय ने कहा कि हर वर्ष पर्यटन स्थलों पर ऐसी घटनाएं होती है, जो लोगो के खुशी के माहौल को मातम में बदल देती है, लेकिन बावजूद इसके प्रशासन की ओर से इन स्थलों पर सुरक्षा की व्यावस्था नहीं कि जा रही है. वहीं इन स्थलों को सही रूप से विकसित किया जाय तो लोगो का नए साल का जश्न और अधिक खूबसूरत हो सकता है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है, जो काफी चिंता का विषय है. कम से कम आवागमन के लिए सड़कों का तो निर्माण हो जाना चाहिए, लेकिन सड़के भी नहीं बनायी जा रही है.
चर्चित स्थलों में नागफेनी,अपर संख, हिरादाह,रानीदाह,बघमुण्डा, सुन्दरीडीह सहित कई है
गुमला जिला के चर्चित पर्यटन स्थलों में नागफेनी,अपर संख, हिरादाह,रानीदाह,बघमुण्डा, सुन्दरीडीह सहित कई है .जहां नए साल के शुरू होने के साथ ही सैकड़ो लोग पहुंचते है लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इन स्थलों पर विकास की कोई योजना पर काम नहीं हुआ है खतरों के बीच से लोग इन स्थानों पर जाते है.राज्य के राजस्व में भी ये स्थल अहम भूमिका निभा सकते है, लेकिन इन स्थलों के विकास को लेकर सरकारों का गंभीर ना होना दुर्भाग्यपूर्ण है. गुमला की इन स्थलों की खूबसूरती की वजह से लोग यहां आकर घूमना चाहते है, लेकिन उस समय उन्हें सोचना पड़ता है कि अपनो को कहा ले जाय जहां खतरा कम होगा.
रिपोर्ट-सुशील कुमार