गुमला (GUMLA): जीवन में सभी के कैरियर चुनने के साथ उसमें सफलता हासिल करना एक बहुत बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. कई बार सभी व्यवस्था होने के बाद भी लोगों को सफलता नहीं मिल पाती है क्योंकि उन्हें सही रूप से गाइड करने वाला कोई नहीं होता है,. इसी कमी को गंभीरता से लेते हुए गुमला के डीसी कर्ण सत्यार्थी ने एक पहल शुरू की है जिसका नाम गिफ्ट ऑफ एजुकेशन दिया है. इसके तहत जिला के प्रशासनिक पदाधिकारी पुस्तकालय में पहुंचकर वहां पढ़ने वाले युवक युवतियों के अंदर प्रतियोगिता परीक्षा को लेकर चल रहे प्रश्नों का जबाब दे रहे हैं. युवक युवतियों को विभिन्न परीक्षाओं में सफलता के तरीकों की जानकारी दी जा रही है.
युवाओं में उत्साह का माहौल
गुमला जिला में प्रशासन द्वारा संचालित बिरसा मुंडा पुस्तकालय में इन दिनों जिला के प्रशासनिक पदाधिकारियों के माध्यम से विशेष रूप से कैरियर काउंसिलिंग करवाया जा रहा है. जिसको लेकर पुस्तकालय में पढ़ने वालों में भी काफी उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है. 24 नवम्बर से शुरू इस अभियान को लेकर युवक युवतियों में विशेष उत्साह दिख रहा है. इसी क्रम में जिला के डीसी कर्ण सत्यार्थी व डीडीसी हेमन्त सती दोनों पहुंचकर कैरियर काउंसिलिंग किया.
सफलता के बनाए जा रहे है तरीके
इस अभियान के तहत जिला के उप विकास आयुक्त हेमन्त सती ने युवक युवतियों से सीधी बात कर उनके अंदर चल रहे सवालों का जबाब देने के साथ ही अपनी सफलता के तरीके बताए, उन्होंने बताया कि 2017 के यूपीएससी में सफल होकर वे आई ए एस बने है उन्होंने कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं है इस लिए सभी विषय का चयन कर कठिन मेहनत करने की आवश्यकता है.
प्रशासन की ओर से एक साधन संपन्न पुस्तकालय
जिला के डीसी कर्ण सत्यार्थी ने कहा कि एक बार सही रूप से अपने कैरियर को चुनकर ईमानदारी से अगर लोग मेहनत करे तो सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है. आप लोग खुशनसीब है कि प्रशासन की ओर से एक साधन संपन्न पुस्तकालय है जहां सभी प्रकार के पुस्तकालय उपलब्ध है. वहीं इस पुस्तकालय के स्थापना में काफी अहम भूमिका निभाने वाले जिला के अपर समाहर्ता सुधीर कुमार गुप्ता ने कहा कि यह अभियान युवक युवतियों के सफलता के रास्ते को आसान करेगा.
सफलता को सरल बनाने की पहल
इस पुस्तकालय में पढ़ाई कर रहे युवक युवतियों ने कहा कि एक तो प्रशासनिक पहल से उन्हें एक बेहतर पुस्तकालय मिला है वही प्रशासन की ओर से इस तरह से काउंसिलिंग की व्यवस्था करवाना उनके लिए सोने पे सुहागा जैसा हो गया है. जिस तरह से प्रशासन इन युवक युवतियों के सफलता को सरल बनाने की जो पहल कर रहा है उसकी जितनी प्रसंशा की जाय वो कम है. वहीं युवाओं की सबसे बड़ी समस्या का समाधान बन इस अभियान ने कई लोगों की मुश्किलें आसान कर दी है.
रिपोर्ट: सुशील कुमार