दुमका(DUMKA): भगवान भोलेनाथ के कई नाम और रूप है. भोलेनाथ का एक रूप अर्द्धनारिश्वर का भी है. कालांतर में किन्नर को अर्द्धनारिश्वर कहा जाने लगा.
आज महाशिवरात्री का त्यौहार है. इस अवसर पर दुमका के बासुकीनाथ धाम मंदिर में बाबा पर जलार्पण के लिए सुबह से ही भक्तों की भीड़ लगी रही. इस सबके बीच देवघर से पूजा अर्चना करने बासुकीनाथ धाम पहुंचे किन्नरों की एक टोली आकर्षण का केंद्र बना रहा. किन्नरों की टोली ने बाबा बासुकीनाथ पर जलार्पण किया और प्रदेश वासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की.
जगत कल्याण के लिए भोलेनाथ ने अर्द्धनारिश्वर का रूप धारण किया था
मीडिया से बात करते हुए किन्नर समाज की मुखिया रोजी मौसी ने कहा कि देवघर से पूजा करने बासुकीनाथ धाम आए हैं. दोनों जगह की प्रशासनिक व्यवस्था काफी बेहतर है. उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि के दिन बाबा पर जलार्पण कर बहुत अच्छा लगा. उन्होंने कहा कि जगत कल्याण के लिए भोलेनाथ ने अर्द्धनारिश्वर का रूप धारण किया था. वर्तमान समय मे किन्नर को अर्द्धनारिश्वर माना जाता है. आज शिव और पार्वती का विवाह होगा. शिव और शक्ति का मिलन होगा. ऐसे दिन में बाबा पर जलार्पण करने का मौका मिला, इससे ज्यादा खुशी और क्या हो सकती है.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका