रांची (TNP DESK) : 5 फरवरी को चंपई सरकार के लिए एक अहम दिन है. अहम इसलिए कह रहें कि इसी दिन झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में फ्लोर टेस्ट होना है. फ्लोर टेस्ट में चंपई सरकार को बहुमत साबित करना है. हालांकि राज्यपाल ने उन्हें 10 दिन का समय दिया था, लेकिन चंपई सरकार ने पांच फरवरी को ही फ्लोर टेस्ट देगी. बताया जाता है कि महागठबंधन के विधायक जो हैदराबाद गए हैं वे सभी आज शाम को हैदराबाद से रांची लौट जाएंगे. महागठबंधन के सभी विधायक चार्टर प्लेन से रांची लौटेंगे और 5 फरवरी को विधानसभा के विशेष सत्र में शामिल होंगे.
क्यों फ्लोर टेस्ट दे रही है चंपई सरकार ?
दरअसल, कथित जमीन घोटाले मामले में ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सीएम आवास में करीब सात घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तारी से पहले हेमंत सोरेन ने राजभवन जाकर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफा के बाद सत्तारुढ़ पार्टी ने झामुमो के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में चुना. इसके बाद चंपई सोरेन ने राजभवन जाकर राज्यपाल को सरकार बनाने का दावा पेश किया. उन्होंने राज्यपाल को विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र भी सौंपा. लेकिन राज्यपाल ने कहा कि सरकार बनाने की सूचना राजभवन से दी जाएगी. इस बीच चंपई सोरेन ने खरीद-फरोख्त की डर से विधायकों की रांची से हैदराबाद शिफ्ट कर दिया. इससे पहले राजभवन से शपथ ग्रहण का न्यौता मिल गया था. जब चंपई सोरेन सरकार की शपथ ग्रहण हुआ तो राज्यपाल ने उन्हें फ्लोर टेस्ट कराने को कहा. इसके लिए उन्हें दस दिन का समय भी मिल गया था. लेकिन चंपई सोरेन ने कहा हम पांच फरवरी को ही फ्लोर टेस्ट कराएंगे.
हमारा गठबंधन बहुत मजबूत है : सीएम चंपई
चंपई सरकार के विश्वास मत के प्रस्ताव पर पांच फरवरी को वोटिंग होगी. राज्य में खरीद-फरोख्त की खबरों के बीच सीएम चंपई ने कहा था कि हमारा गठबंधन बहुत मजबूत है, ये 4 सालों में बड़ी उथल-पुथल के बीच से गुजरा है. झारखंड के विकास के लिए जो योजनाएं लाई गईं, उससे हताश होकर विपक्ष ने उन्हें झूठे केस में फंसाया है. सीएम चंपई सोरेन ने फ्लोर टेस्ट में सफल होने का दावा किया है. हैदराबाद में विधायकों की शिफ्टिंग को लेकर सत्तारुढ़ पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा था कि बीजेपी विधायकों को लुभाने की कोशिश कर सकती है, इसलिए वो कोई जोखिम नहीं उठा सकते हैं.
कल फ्लोर टेस्ट में क्या होगा ?
बता दें कि चंपई सरकार ने झारखंड विधानसभा में 5 और 6 फरवरी को विशेष सत्र आहूत करने का निर्णय लिया है. इसी दिन राज्यपाल का अभिभाषण होना है. इसके बाद फ्लोर टेस्ट होगा. जिसमें सत्तारुढ़ विधायक शामिल होंगे. 5 फरवरी को चंपई सरकार की अग्नि परीक्षा है. अगर चंपई सरकार फ्लोर टेस्ट में सफल हो गई तो सरकार बच जायेगी, नहीं तो झारखंड में राष्ट्रपति शासन से इंकार नहीं किया जा सकता है. हालांकि जिस विश्वास के साथ मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने फ्लोर टेस्ट में सफल होने का दावा किया है उससे ऐसा लगता है कि सरकार बच जायेगी.