धनबाद(DHANBAD): डालटेनगंज की बेटी और धनबाद के राजगंज की बहू डिंपी अग्रवाल का मंगलवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया .मृतिका के पति, सास और ससुर नहीं पहुंचे. गोतिया के लोगों ने ग्रामीण, पुलिस व मुखिया के सहयोग से अंत्येष्टि की. इधर, मृतका के पति ससुर व सास के घर नहीं पहुंचने पर कई तरह की चर्चाएं हो रही है. सोमवार की रात को डिंपी अग्रवाल की मां लाश को लाकर राजगंज के जरमुनय गांव में डिंपी के ससुराल की चौखट पर रखकर चली गई थी. इसकी सूचना देर रात को पुलिस को मिली. पुलिस पहुंची तो लाश के पास कुत्ते मंडरा रहे थे. मंगलवार को पुलिस ने गांव के लोगों को भरोसे में लिया और गोतियो की मदद से दाह संस्कार करा दिया.
डिंपी के भैसुर के पुत्र सोनू अग्रवाल ने मुखाग्नि दी
जानकारी के अनुसार डिंपी के भैसुर के पुत्र सोनू अग्रवाल ने मुखाग्नि दी. पुलिस भी उस समय मौजूद थी. पलामू के टाउन थाना निवासी शोभा देवी की पुत्री डिंपी अग्रवाल की शादी वर्ष 2020 में राजगंज के मनीष अग्रवाल के साथ हुई थी. शादी के कुछ ही दिनों के बाद पति-पत्नी और घर वालो के बीच कलह शुरू हो गई. उसके बाद डिंपी पलामू में अपने मां के साथ रह रही थी. 26 नवंबर को डिंपी की शादी की सालगिरह थी. उसे दिन पति मनीष अग्रवाल को दिन में कई बार फोन किया. लेकिन पति ने फोन नहीं उठाया. इस तनाव में आकर उसने जहर खा ली. पलामू के अस्पताल में उसकी मौत हो गई. मौत के बाद उसकी मां ने ससुराल वालों को सूचना दी लेकिन ससुराल वाले नहीं पहुंचे. पोस्टमार्टम के बाद दूसरे दिन सोमवार की शाम उसकी मां ने पार्थिव शरीर को लेकर ससुराल पहुंची. ससुराल के दरवाजे पर लाश रख कर चली गई. ससुराल में ताला लटका था.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो