Patna- बिहार में अपराध के नये-नये तरीके सामने आते रहते हैं, जब तक पुलिस एक मॉडल का पर्दाभाश करती है, तब तक ठगी और दूसरा मॉडल सामने आ जाता है. और पुलिस ठगी के पुराने मॉडल को भूलकर नये मॉडल के पर्दाभाश में जुट जाती है.
कुछ यही स्थिति गोपालगंज के नगर थाना क्षेत्र के सरेया वार्ड में हुई, जब गंजेड़ियों के एक समूह ने अपने आप को आईपीएस बताते हुए राह चलते राहगीरों से उगाही करने लगे. एक साथ इतने आईपीएस को साथ खड़ा देख कर लोग भौच्चक नजर आने लगे. लेकिन आरोपी थें कि अपने आप को आईपीएस से नीचे मानने को तैयार ही नहीं थें.
बताया जाता है कि कल रात सरेया वार्ड संख्या दो मुहल्ले में कुछ युवक एटीएम से पैसा निकाल कर वापस लौट रहे थें, इसी बीच रास्ते में उनकी मुलाकात छह-सात युवकों की एक टोली से हो गयी. जब तक ये लोग कुछ समझ पाते युवकों की यह टोली उन लोगों से आधार कार्ड दिखलाने की मांग करने लगे. जब इन लोगों ने अपना आधार कार्ड और दूसरा पहचान पत्र दिखलाया तो नशे में धूत युवकों सारे आधार कार्ड और दूसरे पहचान पत्र को नकली बता कर फेंक दिया, सारे लोगों को कार्रवाई की धमकी दी जाने लगी.
आधार कार्ड और पहचान पत्र को नकली बता कर पैसे की मांग
पीड़ितों में पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर निवासी 23 वर्षीय सलीम सकिल, मालदा निवासी 21 वर्षीय फिरोज अंसारी और 20 वर्षीय सुबोजीत रवि राज का नाम शामिल है. तीनों शहर के साधु चौक स्थित बीडीआर नामक कंपनी के कर्मी हैं. बताया जाता है कि आरोपियों के द्वारा सलीम सकिल और फिरोज अंसारी को विशेष रुप से आंतकित किया गया, आखिर कार इन तीनों से इसके बदले में पैसे की मांग की गयी.
पैसा देने से इंकार पर आरोपियों के साथ मारपीट की वारदात
जब इन तीनों ने पैसा देने से इंकार कर दिया तो आरोपियों के द्वारा इनकी पिटाई शुरु हो गई. बाद में जब स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी हाथ लगी तो इसकी सूचना स्थानीय थाने को दी गयी, लेकिन जब पुलिस पहुंचती आरोपी फरार हो चुके थें. बाद पुलिस के द्वारा घायल युवकों को निकटवर्ती अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां उनका बयान नोट कर आरोपियों की पहचान की कोशिश की जा रही है. फिलहाल खबर लिखे जाने तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.