धनबाद(DHANBAD): लोदना में गोफ की घटना ने 1500 स्कूली बच्चो की सुरक्षा पर संकट पैदा कर दिया है. हो भी क्यों नहीं ,अगर स्कूल परिसर में घटना घट गई तो जिम्मेवार कौन होगा. झरिया के लोदना हाई स्कूल के समीप तेज आवाज के साथ गुरुवार को जमीन फटने के बाद इलाके की सुरक्षा को लेकर लोगों की चिंताएं बढ़ गई है. सबसे अधिक चिंता घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर स्थित लोदना हाई स्कूल का है. उस परिसर में प्राइमरी स्कूल और कुजामा प्राथमिक विद्यालय भी है. यहां पर कुल डेढ़ हजार बच्चे पढ़ते है. गोफ बनने की घटना के बाद शुक्रवार को झरिया सीओ , प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, बीसीसीएल प्रबंधन, शिक्षक, जनप्रतिनिधियों के साथ लोदना हाई स्कूल में शुक्रवार को बैठक की गई. बैठक में स्कूल की सुरक्षा पर खतरा बताते हुए उसे दूसरी जगह शिफ्ट करने के प्रयास पर सहमति बनने की बात सूत्र बताते है. झरिया कोयलांचल हाल के दिनों में लगातार भू धसान की चपेट में है. गुरुवार को लोदना हाई स्कूल के समीप तेज आवाज के साथ जमीन फट गई और बड़े आकार का गोफ बन गया था.
गोफ से लगातार निकल रही जहरीली गैस
इस गोफ से लगातार जहरीली गैस निकल रही है. दुर्गंध भी फैल रही है. शुक्र था कि जिस समय घटना घटी, उस समय वहां कोई नहीं था अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था. घटना के बाद बीसीसीएल के अधिकारी भी पहुंचे, प्रबंधन के खिलाफ लोगों का गुस्सा चरम पर था. अभी हाल ही में गोंदूडीह में तीन महिलाएं गोफ में समा गई थी. उसके बाद काफी हंगामा हुआ था. नेताओं का दौरा हुआ था लेकिन उसके बाद सब कुछ सामान्य ढंग से चलने लगा. इस बार स्कूल के बगल में घटना घटी है और उस स्कूल परिसर में लगभग डेढ़ हजार बच्चे शिक्षा ग्रहण करते है. ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता स्वाभाविक है. लेकिन इस चिंता का समाधान कैसे होगा, यह एक बड़ा सवाल है. स्कूल को शिफ्ट करना तो अब बहुत ही जरूरी हो गया है, क्योंकि अगर स्कूल परिसर में गोफ की घटना हुई तो बड़ा हादसा हो सकता है. उस जगह की जमीन लगातार संकेत दे रही है कि वहां रहना खतरे से खाली नहीं है. अगल-बगल में आबादी भी है. किसी भी अनहोनी से बचाने के लिए अब ठोस पहल करने की जरुरत हो गई है. कोई भी चूक खतरा पैदा कर सकती है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
