गोड्डा (GODDA) : गोड्डा का रहने वाला जीतालाल टुडू दिल्ली में रहकर काम करता था. जनवारी महीने में उसकी शादी होनी थी. इसके लिए वह दिल्ली से गोड्डा के लिए रवाना हुआ था. लेकिन इसी बीच उसके परिजनों को पता चला कि दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस से भागलपुर स्टेशन में जीतालाल टुडू का शव मिला है. जानकारी मिलते ही परिजनों में हड़कंप मच गया. जीतालाल का शव लेने परिजन भागलपुर पहुंचे. शव देख उन्हें हत्या की आशंका हुई और जेठालाल का बड़ा भाई भागलपुर पुलिस के पास मामला दर्ज कराने पहुंचा. लेकिन दिल्ली से ट्रेन आ रही है यह कह कर उसे दिल्ली में जाकर मामला दर्ज कराने को कहा कर मामला टाल दिया गया.
फंदे का निशान
घटना कब घटी इसकी कोई जानकारी तो नहीं मिल सकी है. मगर विगत 1 जनवरी को गोड्डा जिले के महागामा थाना क्षेत्र के खुटहरी गांव के रहने वाले सुरेन्द्र टुडू को भागलपुर रेलवे स्टेशन से रेलवे पुलिस द्वारा ये सुचना दी जाती है कि उनके छोटे भाई जीतलाल टुडू का शव हमसफ़र एक्सप्रेस के एक बोगी के शौचालय से मिली है. आप आइए और शव को ले जाइए. फोन पर बातों को सुनते ही सुरेन्द्र टुडू के होश उड़ गए. क्योंकि जिस भाई की शादी इसी महीने में तय हुई थी उसी के मौत की सूचना मिली थी. सुरेन्द्र अगले ही दिन भागलपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे और छोटे भाई के शव को प्राप्त किया. मगर भाई के गले में उसे फंदे का निशान दिखा. जिसे देखतर यह तय हो गया कि जीतालाला की हत्या की गयी है.
गोड्डा में भी नहीं किया गया मामला दर्ज
सुरेन्द्र ने रेल थाना भागलपुर में जब हत्या की प्राथमिकी दर्ज करवाने का प्रयास किया तो ये कहकर वहां से भेज दिया गया कि चूंकि ट्रेन दिल्ली से आई है तो आप दिल्ली जाकर इसकी शिकायत दर्ज करवाइए. अब बेचारा रोजाना कमाने वाला कहां से और कैसे दिल्ली जाकर प्राथमिकी दर्ज करवाता. लाचार होकर शव को गोड्डा लेकर आया और महगामा थाना में भी दर्ज करवाने का प्रयास किया. मगर यहां भी निराशा ही हाथ लगी. यहां से भी भागलपुर में प्राथमिकी दर्ज करवाने की सलाह देकर सुरेन्द्र को चलता कर दिया गया.
गांव का ठेकेदार भी आ रहा था साथ
इधर अपने भाई के अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटे सुरेन्द्र ने बताया कि उसका भाई जीतलाल टुडू पिछले डेढ़ वर्षों से दिल्ली में टाइल्स मार्बल का काम किया करता था और जब शादी तय की गयी तो उसे बुलावा भेजा गया. जीतलाल ने अपने ठेकेदार मुबारक संग 27 दिसम्बर को दिल्ली रेलवे प्लेटफार्म से बात कर बताया था कि वो गोड्डा के लिए हमसफ़र ट्रेन में चल रहा है और जीतलाल के साथ गोड्डा के बसंतराय थाना क्षेत्र के भट्टा गांव का ठेकेदार मुबारक भी आ रहा था. लेकिन जीतालाल के मौत की सूचना पुलिस दे दी न की उसके ठेकेदार मुबारक ने.
मुबारक पर हत्या करने की आशंका
अब परिजनों को यह आशंका है कि मुबारक ने ही जीतलाल की हत्या कर दी होगी. वरना न तो मुबारक ने कोई सूचना ही दी और न ही वो कहीं नजर आया. अब सवाल ये उठता है कि आखिर इस स्थिति में इस आदिवासी परिवार की कौन सुनेगा और शिकायत दर्ज कहां होगी? और क्या जीतलाल के हत्यारे को सजा मिल पायेगी?
रिपोर्ट : अजीत कुमार सिंह, गोड्डा