गिरिडीह(GIRIDIH): गिरीडीह के डुमरी थाना क्षेत्र में उस समय हंगामा मच गया, जब बेरगी गांव मे बीते बुधवार की शाम प्रतिबंधित पशु का मांस बरामद किया गया. आपको बताये कि किसी घटना में पुलिस की ओर से कांड दर्ज कर सतत छापामारी की जा रही थी, इसी दौरान पुलिस क्रम में अभियुक्त हसनैन अंसारी ने माननीय न्यायालय, गिरीडीह में आत्म-समर्पण किया. तो वहीं दुसरे अभियुक्त याकूब अंसारी को डुमरी पुलिस ने गिरफ्तार किया. वहीं मामले को लेकर पुलिस की ओर से छापेमारी अभियान जारी है.पुलिस इस मामले में संलिप्त सभी अभियुक्तों को जल्द ही गिरफ्तार करने में जुटी है. जिसकी जानकारी डीएसपी संजय राणा ने दी है.
प्रतिबंधित मांस मिलने से मचा बवाल
दरअसल डुमरी के छोटकी बेरगी में बुधवार की संध्या जब बछड़े की हत्या कर उसके अवशेष को झाड़ी में फेंकने की बात की जानकारी लोगों को मिली, तब लोगों में रोष व्याप्त हो गया. इस संबंध में डुमरी थाना में आवेदन देकर दोषियों के प्रति कार्रवाई करने की मांग की गई.आवेदन के अनुसार अजय कुमार जायसवाल ने पुलिस को लिखित जानकारी देते हुए कहा कि प्रतिदिन की भांति हमारा बछड़ा घर के पीछे बाड़ी में बंधा हुआ था, उस समय हसनेन अंसारी खोलकर उसे ले गया, चार से पांच अन्य लोगों के साथ मिलकर काट दिया और काटने के बाद धर्म विशेष के लोगों के बीच बांट दिया. और शेष मांस और हड्डी को बोरा में भरकर मकई के बारी में जमीन के नीचे गड्ढा खोदकर गाड़ दिया गया.
एक ने कोर्ट में किया सरेंडर, तो एक को पुलिस ने दबोचा
आवेदक का कहना है कि इस सारी घटना की सूचना मैंने अपने मुखिया को दिया और प्रशासन को इस बात की सूचना भी दी. आवेदक का आरोप है कि स्थानीय क्यूम अंसारी और समसुद्दीन अंसारी दोनों मिलकर प्रतिबंधित मांस का वितरण हमेशा से करते आ रहे है. इस घटना के बाद हिंदू संगठनों की ओर से डुमरी थाना में पहुंचकर प्रशासन से अभिलंब कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की गई है.इधर पुलिस प्रशासन की ओर से भी लोगों को आश्वासन दिया है कि जल्द ही इस पर कार्रवाई शुरू होगी और जो भी दोषी होंगे उसे बक्शा नहीं जाएगा. वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल बेरगी गांव में भेजा गया, ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे.
रिपोर्ट-दिनेश कुमार