धनबाद (DHANBAD) : झारखंड मंत्रिमंडल में मंत्री पद पाने के लिए सभी दलों के विधायको ने गुणा-गणित बैठाये हुए थे. लेकिन जिन्हें सफलता मिली, वह तो खुश हैं, लेकिन जो मंत्री पद के करीब पहुंचकर फिसल गए, उनमें गम और गुस्सा दोनों है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के कोटे से गिरिडीह के विधायक सुदिव्य सोनू मंत्री पद पाकर सबको चौकाया है. इस नाम की चर्चा तो पहले से थी, लेकिन किसी को भरोसा नहीं हो रहा था. अब जब उन्हें मंत्री पद मिल गया है, तो चर्चा भी स्वभाविक है. चर्चा तेज है कि कल्पना सोरेन को गांडेय विधानसभा सीट से उपचुनाव और 2024 के विधानसभा चुनाव में जीत दिलाना सुदिव्य सोनू के लिए वरदान साबित हुआ. यह जीत उन्हें मंत्री पद तक पहुंचा दिया.
झामुमो के स्थानीय नेता भी यह बात दबी जुबान से स्वीकारते हैं, कि कल्पना सोरेन की जीत में अहम भूमिका निभाने की वजह से सोनू को मंत्री पद मिला है. कहा जाता है कि 6 महीना पहले हुए उप चुनाव और इस बार हुए विधानसभा के चुनाव में गांडेय विधानसभा सीट से कल्पना सोरेन की जीत में विधायक सोनू की बड़ी भूमिका थी और उन्हें इसका इनाम मिला है. यह अलग बात है कि हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद कल्पना सोरेन ने जब गिरिडीह में पार्टी की पहली सभा में बोल रही थी, तो उनकी आंखों में आंसू आ गए थे. बोली कांपने लगी थी. उस समय भी विधायक सोनू ने जेल का ताला टूटेगा-हेमंत सोरेन छूटेंगे, का भीड़ से नारा लगवा कर कल्पना सोरेन का उत्साह बढ़ाया. उसके बाद कल्पना सोरेन ने अपना भाषण पूरा किया.
उसके बाद हुए उपचुनाव में भी गांडेय विधानसभा सीट पर कल्पना सोरेन की जीत के लिए सुदिव्य सोनू ने ताकत झोंक दी. विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने पूरा सहयोग किया. यह अलग बात है कि कल्पना सोरेन आज की तारीख में झारखंड की एक बड़ी नेत्री बनकर उभरी है. विधानसभा चुनाव में उन्होंने लोगों से सीधा कनेक्ट किया. उनकी सभा में भीड़ भी जुट रही थी. झामुमो की बात कौन करें, दूसरे दल के नेता भी डिमांड कर रहे थे कि उनके विधानसभा क्षेत्र में कल्पना सोरेन की सभा हो. विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 34 सीट जीतकर गठबंधन में दबदबा बना लिया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा की इस जीत में कल्पना सोरेन की भी बड़ी भूमिका मानी जाती है. तो गांडेय विधानसभा सीट से कल्पना सोरेन के दो बार चुनाव जीतने में सुदिव्य सोनू की भी बड़ी भूमिका थी. चर्चा यही है कि गांडेय सीट ने सुदिव्य सोनू को मंत्री पद तक पहुंचा दिया है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो