गिरिडीह (GIRIDIH): गिरिडीह के डुमरी स्थित ग्रामीण पेयजल आपूर्ती योजना कई वर्षों से विभागीय अनदेखी का दंश झेल रहा है. ग्रामीणों के द्वारा कई बार इस योजना के संबंध में विभाग को कई बार लिखित जानकारी भी दी गई है. लेकिन विभाग द्वारा इस पर कोई कार्यवाई नहीं की गई है. जिस कारण हाल ये है कि यहां डुमरी पेयजल आपूर्ती योजना कभी भी बंद हो सकता है.
चार दशक पुराना है यह योजना
बताया जाता है कि यह योजना लगभग 4 दशक पुराना है जिसका पुनः मरम्मतीकरण कार्य साल 2008 में गिरिडीह लोकसभा सांसद टेकलाल महतो व स्थानीय विधायक जगरनाथ महतो ने संयुक्त रूप से किया था. जिसके बाद 5 साल तक इस योजना से डुमरी के ग्रामीणों को अच्छे तरीके से पेयजल की आपूर्ति हुई. परंतु 5 साल के बाद इस योजना में पीएचईडी विभाग डुमरी के इस जलापूर्ति प्लांट का आज तक रिपेरिंग नही हुआ है. जिसके कारण आज स्थिती यह है कि प्लांट के क्लीयर वाटर पॉइंट, फ़िल्टर वाटर पॉइंट सहित वाटर सप्लाय टंकी की स्थिति जर्जर हो गई है. जिस कारण पानी का रिसाव बढ़ते जा रहा है.
विभाग द्वारा नहीं दिया जा रहा है ध्यान
विभागीय सूत्रों के अनुसार ग्रामीण पेयजलापूर्ति योजना के तहत बने पानी टंकी का हरेक पांच वर्ष में रिपेरिंग विभाग द्वारा करवाने का प्रावधान है. लेकिन डुमरी पानी टंकी का कई वर्षों से कोई भी रिपेयरिंग का कार्य नहीं हुआ, यहां तक की प्लांट का सौंदर्य करण तथा टूटे हुए चारदीवारी पर भी विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया. अलबत्ता यह प्लांट पूर्ण रूप से असुरक्षित है. अगर पीएचईडी विभाग द्वारा इस प्लांट के प्रति उदासीनता की रवैया बरकरार रखेगी तो इस प्लांट को बंद होने से कोई नहीं बचा सकेगा.
क्या-क्या है दिक्कत
इस प्लांट में कई बड़ी और छोटी समस्याएं व्याप्त है, परंतु बड़ी समस्याओं का समाधान हो जाए तो इस प्लांट से डुमरी एवं जामतारा पंचायत के लगभग 200 ग्रामीणों के घरों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति हो पाएगी. जिसमें मुख्य रुप से क्लियर वॉटर पॉइंट ,फिल्टर वाटर पॉइंट तथा वाटर सप्लाई आउटर पॉइंट की पूर्ण रूप से मरम्मतीकरण के साथ-साथ नया पाइपलाइन शिफ्टिंग हो जाती है तो. डुमरी एवं जामतारा के लगभग 200 घरों मे पेयजल की आपूर्ति सुलभता से हो पाएगी.
इस मामले में जामतारा मुखिया सह संचालन समिति सचिव खेमलाल महतो ने बताया कि प्लांट का सम्प हाउस एवं रॉ वाटर प्लांट में मात्र एक मशीन है. जब कि दोनों प्लांट पॉइंट में दो-दो मोटर की आवश्यकता है. वहीं वाटर सप्लाई टंकी की स्थिति बिल्कुल जर्जर होते जा रहा है. जिससे कई लीटर पानी रिसाव के कारण बर्बाद हो जाता है तथा डुमरी चिरैया मोड़ के आगे एनएच 19 के ऑवर ब्रिज के पास पाइप लाइन लीकेज के कारण अत्याधिक फिल्टर वाटर सड़क में बह जा रहा. इसकी मरम्मती समिति द्वारा करवाया जा रहा था लेकिन एनएच के अधिकारियों द्वारा परमिशन नही दी गई तथा इसकी जानकारी समिती द्वारा विभाग को दी गई जिस पर कोई कार्रवाई नही हुई.
सड़क चौड़ीकरण के समय नहीं किया गया था पाइप सिप्टिंग का कार्य
वही डुमरी गिरीडीह सड़क की चौड़ीकरण के समय पाइप सिप्टिंग का कार्य नहीं हुआ था. जिसके कारण जामतारा एवं डुमरी के कई टोलों में पानी सप्लाई बंद हो गया है. वहीं पाइपलाइन सड़क के अंदर चले के कारण नया कनेक्शन देने भी दुर्लभ कार्य हो गया है.
प्रशासन ध्यान दे तो पुनः सुचारू रूप से चालू हो सकेगी यह योजना
बताते चलें कि इस योजना पर अगर जिला प्रशासन पूर्णत ध्यान दे तो डुमरी का यह पेयजलापूर्ति योजना पुनः जीवित हो जाएगा. जिससे डुमरी और जामतारा पंचायत वासियों को निरतंर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सम्भव हो पायेगी.
रिपोर्ट : दिनेश कुमार