गिरिडीह(GIRIDIH:दक्षिण अफ्रीका के कैमरून में फंसे झारखंड के 27 प्रवासी मजदूरों को वेतन भुगतान के साथ वतन वापसी की टिकट हो गयी है.कल रविवार को उनकी वतन वापसी होगी.बताते चलें कि चार माह से वेतन नहीं मिलने के कारण खाने-पीने में परेशानी संबंधित वीडियो वायरल होने के बाद भारत सरकार हरकत में आयी है.
इस तरह साफ हुआ वतन वापसी का रास्ता
इस सिलसिले में प्रवासी श्रमिकों के मुद्दे पर काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने केंद्र और राज्य सरकार से मजदूरों के सकुशल वतन वापसी के लिए ठोस कूटनीतिक पहल करने की मांग की थी.उसके बाद भारतीय दूतावास में की मदद से बकाया सैलरी और वतन वापसी को लेकर संबंधित कंपनी व मजदूरों के बीच सफल वार्ता हुई थी और इसका निष्पादन विनायक कंपनी तथा एल एंड टी कंपनी की मध्यस्थता के कारण सफल हो पाया और चार माह का बकाया वेतन का भुगतान के साथ वतन वापसी का भी रास्ता साफ हो गया.
परिजनों में खुशी की लहर
उक्त खबर की सूचना पर प्रवासी मजदूरों के परिवार में खुशी की लहर देखी जा रही है. इस कार्य के लिए परिजनों ने सरकार,सारे प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और प्रवासी श्रमिकों के हित में कार्य करने वाले सिकंदर अली के प्रति आभार जताया है.
रिपोर्ट-दिनेश कुमार रजक