गढ़वा(GARHWA) : झारखंड के गढ़वा जिले में आदिवासी महिला के साथ यौन शोषण करने का आरोपी इजहार अंसारी ने आज गढ़वा व्यवहार न्यायलय में सरेंडर किया है. वहीं मीडिया से बात करते हुए मुखिया इजहार अंसारी ने बताया कि उसके ऊपर जो भी आरोप लगाया गया है वो पूरी तरह निराधार और बेबुनियाद है. उसके द्वारा आज तलक कोई भी गलत काम नहीं किया गया है तो फिर ऐसा घिनौना कृत्य तो दूर की बात है. कहा गया की यह केवल राजनीतिक षडयंत्र है,इसी के तहत उसको फंसाने की कोशिश की जा रही है. लेकिन न्यायालय पर उसे पूरा विश्वास है. इसीलिए उसके द्वारा आज न्यायालय में सरेंडर किया जा रहा है,यहां उसे इंसाफ मिलेगा.
महिला ने मुखिया पर लगाया था यौन शोषण का आरोप
बता दें कि गढ़वा जिले के रंका थाना क्षेत्र के दूधवल पंचायत के मुस्लिम मुखिया पर यौन शोषण का आरोप आदिवासी युवती ने लगाया था. पीडिता ने बताया था कि जब वह 14 वर्ष की थी तब हथिया के दम पर नक्सली बनकर मुखिया ने पहली बार उसके साथ दुष्कर्म किया था. जिसके बाद लगातार मुखिया के द्वारा उसके साथ किया जा रहा था. साथ ही पीड़िता ने बताया था कि मुखिया इजहार अंसारी अब जबरन धर्म परिवर्तन कराना चाहता था. जिसके बाद महिला ने न्यायालय में परिवाद पत्र संख्या दाखिल किया.
महिला ने न्यायालय में दाखिल किया था परिवाद
पीड़ित महिला ने अपने परिवाद पत्र में आरोप लगाया था कि 300 घरों वाली मेरी बस्ती में मैं एकमात्र आदिवासी महिला हूं. शेष लोग विशेष समुदाय की श्रेणी से आते हैं. आरोप पत्र में कहा गया है कि मो. इजहार अंसारी जो वर्तमान में दुधवल पंचायत का मुखिया है. वर्ष 2003 में 14 वर्ष की उम्र में जबरन घर में घुसकर हथियार के बल पर नक्सली होने का भय दिखाकर बलात्कार किया. तबसे लेकर अक्टूबर 2023 तक जबरन शारीरिक संबंध बनाता रहा. इस दौरान उसका तीन बार गर्भपात कराया गया. पीड़िता के साथ उसकी जयाद्ति उस समय और बढ़ गई. जब वह पीड़िता को अपने समुदाय में शादी नहीं करने की धमकी देते हुए इस्लाम धर्म क़बूल करने का दबाव बनाता रहा. उसने धमकी दी कि ऐसा नहीं करने पर उसे जबरन वैश्यावृति में धकेल देगा. आरोपियों के इस घिनौनी हरकत से तंग आकर पीड़िता ने रंका थाना प्रभारी, पुलिस अधीक्षक गढ़वा, पुलिस उपमहानिरीक्षक पलामू एवं मानवाधिकार आयोग न्यू दिल्ली, महिला आयोग रांची, पुलिस महानिरीक्षक रांची को आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी. लेकिन किसी तरह की मदद पीडिता को नहीं मिल पाई. जिसके बाद उसने गढ़वा न्यायलय में परिवाद पत्र दाखिल कर न्याय की गुहार लगाई है.