धनबाद(DHANBAD): हम कचरा डंप करने नहीं देंगे, हम तो निर्देशित हैं ,करेंगे ही. एक तरफ हक और हुकूक के लिए लोग लाठी खा रहे हैं तो दूसरी ओर निगम के अधिकारी का कहना है कि बीसीसीएल और जिला प्रशासन की ओर से कचरा डंपिंग करने का स्थान यही उपलब्ध कराया गया है,हम क्या कर सकते है. निगम के अधिकारी कहते कि फिलहाल यह अस्थाई व्यवस्था है, प्लांट बन जाने के बाद कचरा हटा लिया जाएगा. दरअसल, धनबाद में कचरा डंपिंग को लेकर 20 दिनों से भी अधिक समय से विवाद चल रहा है. कचरा डंपिंग स्थल को लेकर एजेंसी रिमकी ने काम बंद कर दिया है. उसका डिमांड है कि नगर निगम उसे कचरा डंपिंग का स्थाई स्थान उपलब्ध कराये.
रेमकी ने छोड़ दिया है काम
जहां भी उसकी गाड़ी जाती है, ग्रामीण विरोध करते है. मारपीट तक की जाती है. इसलिए कचरा उठाना अब उसके लिए संभव नहीं है. इसको लेकर उच्चस्तरीय बैठक हुई और उस बैठक में वासुदेवपुर कोलियरी डंप के समीप स्थान चिन्हित किया गया. लेकिन शुक्रवार को नगर निगम के अधिकारियों की मौजूदगी में कचरा डंप करने आए वाहनों को रोककर स्थानीय लोगों ने विरोध किया. बाता बाती , नोक झोक की स्थिति बनी ,उसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया. आरोप है कि पुलिस ने बेरहमी से लोगों की पिटाई की, महिलाओं को भी पीटने का पुलिस पर आरोप है. 2 घंटे तक यह विवाद चलता रहा. एक दर्जन लोगों को चोटें आई है. निगम के सहायक नगर आयुक्त का कहना है कि बीसीसीएल व जिला प्रशासन की सहमति से कचरा डंपिंग की जा रही है. कचरा प्लांट बनने के बाद कचरा उठा लिया जाएगा. दुर्गंध रोकने के लिए ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव होगा. जबकि विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि वासुदेवपुर कोयला डंप के समीप घनी आबादी बसी हुई है.
सैकड़ों मकान हैं, पास में नदी और मंदिर हैं
यहां पर बीसीसीएल और गैर बीसीसीएल लोगों के सैकड़ो मकान हैं , पास में नदी और मंदिर हैं , लोगों का आना-जाना लगा रहता है और इसी के ठीक बगल में गुरुवार की रात से नगर निगम कचरा डंप कर रहा है. अभी से ही दुर्गंध आनी शुरू हो गई है, आगे की स्थिति और भयानक होगी, इसलिए वह लोग विरोध कर रहे है. फिलहाल धनबाद में कचरा डंपिंग एक बड़ी समस्या बनी हुई है. डंपिंग स्थान नहीं होने से शहर की सफाई व्यवस्था भी बाधित है. जहां-जहां कचरा डंपिंग का स्थान दिया जाता है, लोग विरोध में खड़े हो जाते है. देखना है कचरा डंपिंग स्थान को लेकर धनबाद में जो विवाद शुरू हुआ है, उसका समाधान कहां और कब जाकर निकलता है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो