टीएनपी डेस्क(Tnp desk):- काले कोयले में बेशुमार पैसा है, इसकी दौलत हासिल करने के लिए अक्सर अदवाते गैंगस्टर्स के बीच देखने को मिलती है. इसमे बेतहाशा खून बहता है, वर्चस्व की जंग में जान चली जाती है. गोलियों की तड़तड़ाहत और बारूद की गंध इस धंधे में आम बात है. अभी जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर अमन श्रीवास्व जेल की कोठरी में बंद है. लेकिन, लगातार उसकी हिमाकते बढ़त ही जा रही है . जुर्म की दुनिया से वह अपने पांव खींचने का नाम ही नही ले रहा है. बल्कि उसकी चाहत दौलत बटोरने की बढ़ती ही जा रही है. सलाखों के पीछ अमन श्रीवास्तव अपने गैंग के जरिए रांची, हजारीबाग, रामगढ़ समेत कोयलांचल के अन्य जगहों पर कोयला कारोबारियों, ट्रांसपोर्टरो से रंगदारी करके पैसा वसूलवाता था. एटीएस की जांच में ये बात सामने आई.
50 लाख अपने गुर्गों से वसूलवाएं
एटीएस ने खुलासा किया कि 50 लाख रुपए वसूली कांड में अमन श्रीवास्तव जेल में रहने के बावजूद भी इसमे शामिल था. दरअसल,अमन श्रीवास्तव ने 50 लाख रुपए कोयला कारोबारियों से वसूलवाए थे. ये पैसे सुरेन्द्र भुइयां नाम के शख्स ने मिंकू खान और एजाज अंसारी को दिए थे. इन दोनों के पास से पैसे अमन श्रीवास्तव के किसी करीबी तक पहुंचनी थी. एटीएस एसपी को जब इस बात की जानकारी मिली तो उसने जाल बिछाया. जिसके बाद पतरातू रोड से रांची आ रहे मिंकू खान और एजाज अंसारी को पकड़ा . बताया जा रहा है कि पकड़े गये स्कार्पियों गाड़ी से रंगदारी के तौर पर वसूले गए 49.83 लाख रुपए भी थे.
मुंबई से गिरफ्तार हुआ था अमन श्रीवास्तव
16 मई को अमन श्रीवास्तव की गिरफ्तारी मुंबई के वासी स्टेशन से हुई थी, महाराष्ट्र एटीएस के सहयोग से उसकी गिरफ्तारी हो सकी थी. एटीएस की विशेष अदालत ने लेवी के पैसे से हथियार खरीदकर आतंक फैलाने के लिए गोलीबारी और आगजनी कर कारोबारियों-ठेकदारों में खौफ पैदा करने के मामले में जमानत देने से इंकार कर दिया था. अमन श्रीवास्तव तो अभी रांची जेल में बंद है, लेकिन उसकी हरकते रुक नहीं रही. लिहाजा, अभी भी वह कारोबारियों के लिए खौफ का पर्याय बना हुआ है.
धनबाद में गैंग्स्टर प्रिंस खान बना आफत
देश की कोयला राजधानी कही जाने वाले धनबाद में माफिया प्रिंस खान की तूती बोल रही है. बताया जा रहा है कि विदेश में छिपा ये शातिर अपराधी, वही से अपने गैंग को ऑपरेट कर गुंडई करवा रहा है. हाल के दिनो में इस कुख्यात ने कोयला कारोबारियों, ट्रांसपोर्टरो और ठेकेदारों के नाक में दम करके जीना हराम कर दिया है. पैसे के खातिर ये न तो किसी की जान लेने से हिचक रहा है औऱ न ही पुलिस का खौफ इस पर सवार है. यह तो वीडियो बनाकर खुलेआम धमकी आधुनिक बंदूक से देते हुए दिखाई प़ड़ता है. समझ जाईए इसकी हिमाकत और हिम्मत कितनी बढ़ गई है. इसके बेलगाम गुंडे किसी पर न तो फायरिंग करने से हिचक रहें है औऱ न ही पैसे के लिए किसी के घर में बम फेंकने से बाज आ रहें है. इस गैंग की गुंडागर्दी का आलम ये है कि इसके खौफ से व्यवसायी धनबाद छोड़कर चले जा रहे हैं.
धनबाद पुलिस को चुनौती देता है प्रिंस
प्रिंस खान गैंग के बढ़ते अपराध से धनबाद पुलिस भी परेशान है. क्योंकि वह तो खुलेआम पुलिस को भी वीडियो के जरिए धमकी देकर चुनौती देता है. हालांकि, पुलिस ने पिछले दिनों काफी सख्ती और चौकसी बरतते हुए और इसके नेटवर्क को तोड़ने के लिए कमर कसी हुई है. पुलिस ने अभी तक प्रिंस खान गैंग के 40 से ज्यादा अपराधियों को पकड़कर जेल भेजा है. हालांकि, इसके बावजूद शहर में वारदातें रुकने का नाम नहीं ले रही है. कोयले के कारोबार के साथ-साथ प्रिंस खान की नजरें रियल स्टेट औऱ मछली के कारोबार पर भी जम गई है. इसमे में भी दौलत लूटने के लिए बेकरार दिखाई पड़ रहा है.
धनबाद के दुकानदार भी परेशान
कोयला के कारोबार से जुड़े कारोबारी तो परेशान हैं ही इसके साथ ही प्रिंस खान से दुकानदार भी खौफजदा है. दरअसल, उसके गुर्गे दुकानदारों से भी फोन करके पैसा मांग रहे हैं, नहीं देने पर गोली मारने औऱ दुकान में बम फेंकने की धमकी देता है.आलम ये है कि नया बाजार और बैंक मोड़ के पास दुकानदारों ने डर से अपने साइनबोर्ड से नंबर हटा दिया है. उन्हें इस बात की दहशत है कि कहीं प्रिंस खान के गुर्गे फोन कर रंगदारी न मांगने लगे. कई कारोबारियों ने तो दहशत के चलते अपना व्यवसाय ही समेटकर दूसरे शहर की तरफ रुख कर गये. बहुतों ने तो डर के चलते पलायन ही करना अच्छा समझा. सबों ने धनबाद पुलिस से सुरक्षा देने की गुजारिश की है.
एक हफ्ते पहले ही पुलिस ने वासेपुर मखदूमी रोड स्थित प्रिंस के घर ढोल नगाड़ों के साथ पहुंचकर इश्तेहार चिपकाया है. उस पर 2018 के एक मामले में अभी तक आत्म समर्पण नहीं किया है. अगर एक महीने के भीतर प्रिंस खान ने आत्मसमर्पण नहीं किया तो फिर पुलिस घर की कुर्की जब्ती की कार्रवाई की प्रक्रिया शुरु करेगी. फिलहाल, धनबाद पुलिस के लिए प्रिस खान को पकड़ना एक बहुत बड़ी चुनौती बनीं हुई है, क्योंकि उसके शिकंजे में आने के बाद ही लोग चेन की सांस लेंगे.