धनबाद(DHANBAD) | धनबाद कोयलांचल में बहुचर्चित माफिया उन्मूलन अभियान जब शुरू हुआ था, तो उस समय इस अभियान की शुरुआत करने वाले तत्कालीन उपायुक्त मदन मोहन झा कहा करते थे कि जब तक माफिया के आर्थिक ताकत को कमजोर नहीं किया जाएगा, तब तक माफिया पर नियंत्रण पाना संभव नहीं है. उन्होंने इसी दिशा में काम करना शुरू किया. परिणाम हुआ कि ठेका -पट्टा सब माफिया के हाथ से छीन कर सहयोग समितियों को दे दिया गया. नतीजा निकला कि माफिया धीरे-धीरे कमजोर होने लगे. यह समय बिहार का था और उस समय बिहार के मुख्यमंत्री पंडित बिंदेश्वरी दुबे हुआ करते थे.
गैंग्स के खिलाफ पहली बार शुरू हुई ऐसी कार्रवाई
यह काम अब जाकर धनबाद पुलिस गैंगस्टर प्रिंस खान गिरोह के साथ कर रही है. गिरोह के आर्थिक तंत्र के हर पहलुओं को बारीकी से खंगाला जा रहा है. पता लगाया जा रहा है कि गैंग के पास पैसे आते कहां से हैं और फिर जाते कहां है. रंगदारी से पैसा लेने और फिर उसे दूसरी जगह ट्रांसफर करने का तरीका क्या है. धनबाद पुलिस ने जब इस में हाथ डाला तो चकरा गई. इस आर्थिक नेटवर्क में नर्सिंग होम चलाने वाले के साथ- साथ कस्टमर सर्विस प्वाइंट के भी संचालक में शामिल है. कुछ किशोर भी इसमें शामिल है. पुलिस ने लगभग एक दर्जन लोगों को उठाया है और विभिन्न थानों में रखकर पूछताछ कर रही है. पुलिस अभी इस मामले में कुछ भी बताने से इंकार कर रही है.
पुलिस को मिल गया है पूरा डिटेल्स
लेकिन सूत्र बताते हैं कि पुलिस को अर्थ तंत्र की पूरी जानकारी और ढंग तरीका मालूम चल गया है. पुलिस धीरे-धीरे ही सही, इस गैंग की ओर बढ़ रही है. हो सकता है कि बहुत जल्द पूरे मामले का खुलासा पुलिस कर दे. धनबाद कोयलांचल में फिलहाल अमन सिंह गैंग और प्रिंस खान गैंग ने उत्पात मचा रखा है. कब किसको कहां से फोन आ जाए, किस से रंगदारी मांग दी जाए, किसके घर पर फायरिंग करा दी जाए,किसकी हत्या करा दी जाए, यह कोई नहीं जानता. घटना घटने के बाद लोगों को पता चलता है. बहर हाल अब पानी सिर के ऊपर से बह रहा है, इसलिए पुलिस भी एटीएस से मिले इनपुट पर गंभीरता से काम कर रही है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो