रांची(RANCHI): हजारीबाग के चरही में पिछले 7 जनवरी को एक महिला के साथ कुछ अपराधियों के द्वारा दुष्कर्म का प्रयास और हाथ बांधकर जिंदा जलाने कोशिश की गई थी, जिसके बाद पीड़ित महिला को बेहतर इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया.
पिछले 15 दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझ रही पीड़िता ने रविवार को आखरी सांस ली. पीड़िता के पिता गणपत प्रजापति ने बताया कि शनिवार शाम से ही उनकी बेटी की स्थिति खराब होने लगी. डॉक्टरों ने जवाब दे दिया, लेकिन उसके बावजूद भी उन्हें उम्मीद थी कि शायद उनकी बेटी की जान बच जाए, लेकिन उनकी उम्मीद रविवार की सुबह टूट गई, जब उनकी बेटी ने अंतिम सांस लिया.
15 दिन बाद भी आरोपी की नहीं हुई गिरफ़्तारी
अपनी बेटी की मौत के बाद परिजन यह मांग कर रहे हैं कि घटना के करीब 15 दिन हो चुके हैं लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. मृतिका के पिता गणपत प्रजापति बताते हैं कि उनकी बेटी के साथ हुई घटना करीब 15 दिन से ज्यादा हो गई है, लेकिन अभी तक एक भी अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि जब उनकी बेटी जीवित थी तो उसने यह बयान दिया था कि उसके पति के भांजे और पड़ोसियों ने उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया था और उन्हीं लोगों के द्वारा खटिया में बांधकर उसे जिंदा जलाने की कोशिश की गई थी. पिता के साथ भाई और अन्य सदस्य भी अपराधियों के गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
गिरफ़्तारी के लिए पुलिस की कोशिश जारी
वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन की तरफ से यह कहा जा रहा है कि घटना में संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी की कोशिश जारी है. लड़की के द्वारा जिसका भी नाम लिया गया है उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. अब सवाल ये उठता है कि जब पीड़ित के द्वारा अपराधियों का नाम लिया जा रहा है तो उसके बावजूद भी अब तक घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है. वहीं पूरे घटना के बाद परिजनों में आक्रोश है और राज्य सरकार एवं पुलिस प्रशासन से यह मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए.
रिपोर्ट: समीर हुसैन, रांची