टीएनपी डेस्क(Tnp desk):- बाबा भोले के दर पर सर झुकाने कौन नहीं जाना चाहता , क्या फकीर, क्या अमीर सभी शिव से अपनी फरियाद करते हैं, कृपा बरसने के लिए पूजा-अर्चना करते हैं. मन्नते मांगकर दुख दूर करने की गुजारिश करते हैं. बाबा से आगाध प्यार ही यह भक्तों को दर्शाता है. बदले में ओघरदानी शिव सभी की सुनते हैं और सभी का कल्याण करते हैं. इसलिए तो उन्हें देवो का देव महादेव कहा जाता है.
बाबा के दर पर राहुल बाबा
12 ज्योतिर्लिंगों में से एक झारखंड के देवघर में बाबा बैद्यनाथ का भी वास है. यहां भोलेनाथ का प्रसिद्ध मंदिर से दर्शन करने दुनिया भर से लोग आते हैं. शिव के दर्शन और जल चढ़ाने के लिए सालो भर यहां भक्तों की भीड उमड़ी पड़ी रहती है. इससे पहले पीएम मोदी औऱ राष्ट्रपति द्रोपदी मूर्मु भी यहां पूजा अर्चना की थी . इन बड़े नामों के अलावा कई नामचीन लोग बाबा के द्वार पर शीश झुकाते रहें हैं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी मणिपुर से मुंबई तक भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए निकले हैं. इसी कड़ी में उनका आगमन बाबा नगरी देवघर में हुआ. उन्होंने शिव की पूजा अर्चना कर अपनी तमन्ना पूरी कर ली. सर पर चंदन का भर ललाट टिका, शरीर पर लाल वस्त्र और गले में माला उनको शिव के प्रति उनकी श्रद्धा को समर्पित कर रहा था.
गांधी परिवार का देवघर से लंबे समय से रिश्ता रहा है. बाबा के दरबार पर राहुल गांधी का आना उनके दादी इंदिरा की याद दिलाता है. 45 साल पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी भोलनाथ को जल चढ़ाया था. राहुल ने भी बाबा मंदिर में पूजा अर्चना की . मंदिर में शंखनाद और ढोल नगाड़े से राहुल का स्वागत किया गया . श्रीनाथ पंडित लंबोदर परिहस्त सुनील तनपुरिया ने राहुल गाधी को संकल्प कराकर पूजा करवायी.
1979 में इंदिरा गांधी ने की थी पूजा
आयरन लेडी के नाम से मशहूर और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1979 में देवघर आयी थी और बाबा बैद्यनाथ की पूजा अर्चना कर जल चढ़ाया था. दिसंबर के महीने में इंदिरा आय़ी थी, तो उस दैरान पीएम के पद पर नही थी. 1979 से 2023 के बीच कोई भी गांधी परिवार का सदस्य बाबा के दरबार पर हाजिरी नहीं लगा सका था. इंदिरा के बेटा और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी देवघर चुनावी सभा करने आए थे. लेकिन, बाबा मंदिर नहीं आ सके थे. इंदिरा ने बाबा मंदिर में एक घंटे रुकी थी और तकरीबन आधा घंटे तक पूरे विधि-विधान और रिति रिवाज के साथ पूजा अर्चना किया था. उस दौरान इंदिरा की झलक पाने के लिए मंदिर परिसर में ही काफी भीड़ उमड़ी थी. आज भी लोग उसे याद करते हैं. दादी इंदिरा के बाद उनके पोत राहुल गांधी जो भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए निकले हैं . इस दौरान उन्होंने बाबा बैद्यानाथ की पूजा अर्चना की और सभी के मंगल की कामना की.