दुमका (DUMKA) : हेमंत सरकार की स्थानीयता और नियोजन नीति 60-40 के खिलाफ सिल्ली के पूर्व विधायक अमित महतो ने शनिवार को दुमका जिला के शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में मैराथन दौड़ लगाया. पूर्व विधायक ने पत्ताबाड़ी से शिकारीपाड़ा तक करीब 21 किलोमीटर की दौड़ अपने समर्थकों के साथ पूरा किया. पूर्व विधायक ने एक बार फिर खतियान आधारित झारखंडी की पहचान का नारा बुलंद करते हुए मुख्यमंत्री से वर्तमान नियोजन नीति रद्द करने की मांग की. उन्होंने कहा कि जिसके हाथ में खतियान होगा वही झारखंडी की पहचान होगा. उन्होंने बताया कि वर्तमान स्थानीय नीति के खिलाफ और खतियान आधारित नियोजन नीति के समर्थन में बेरोजगारों को रोजगार मिले, मान सम्मान मिले और झारखंड में जीने का हक मिले. इनके लिए सरकार को युवाओं की व्यथा बताने के लिए प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में मैराथन दौड़ लगा रहे हैं.
खतियानी मुख्यमंत्री के रैवये पर करेगी विचार
हर विधानसभा में 21 किलोमीटर दौड़ लगाकर वह मुख्यमंत्री को अवगत कराना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अब तक 14 विधानसभा में दौड़ लगा चुके हैं. पूर्व विधायक ने मुख्यमंत्री से अपने निर्णय पर विचार करने का आग्रह किया. कहा कि मुख्यमंत्री हमारी मांगों पर विचार करें अन्यथा खतियानी मुख्यमंत्री के रैवये पर विचार करेगी. पूर्व विधायक ने बताया कि 129 दिनों का कार्यक्रम है. सिल्ली विधानसभा के 48 पंचायतों का दौड़ लगा चुके हैं. इसके बाद 49वें दिन सिल्ली विधानसभा और 50 वे दिन रामगढ़ विधानसभा में दौड़ लगाया है.
विधानसभा में दौड़ लगा राज्य सरकार को चेतावनी
63 वां दिन संथाल परगना के जामा और आज 64 वा दिन शिकारीपाड़ा विधानसभा में दौड़ पूरी कर चुके है. 16 अप्रैल को महेशपुर विधानसभा में दौड़ लगाया जाएगा. इस तरह सरकार के नियोजन नीति के खिलाफ मांग पूरी नहीं होने तक राज्य के सभी विधानसभा में दौड़ लगा राज्य सरकार को चेतावनी देने का काम करेंगे. गौरतलब है कि पूर्व विधायक अमित महतो खतियान आधारित स्थानीयता नीति को लेकर झामुमो का विरोध करते हुए अपनी अलग खतियानी झारखंडी पार्टी का गठन कर चुके हैं. उसके बाद से लगातार हेमंत सरकार के पर हमलावर है.
रिपोर्ट: पंचम झा