धनबाद(DHANBAD): झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह इलाज के लिए कांके स्थित रिनपास भेजे जाएंगे. कोर्ट ने इलाज के लिए अनुमति दे दी है. पिछले कुछ दिनों से संजीव सिंह की तबीयत खराब चल रही है. जेल प्रशासन ने कोर्ट के आदेश पर संजीव सिंह के स्वास्थ्य की जांच के लिए सिविल सर्जन को पत्र लिखा था. 14 मार्च को जेल के डॉक्टरों के 4 सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने संजीव सिंह की जांच की थी. इसके बाद जेल प्रशासन ने अदालत से इलाज के लिए रिनपास भेजने का आग्रह किया था. शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई हुई. अस्वस्थता के कारण पूर्व विधायक संजीव सिंह को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अदालत में पेश नहीं किया जा सका था. संजीव सिंह अपने चचेरे भाई नीरज सिंह हत्याकांड में धनबाद जेल में बंद है. नीरज सिंह की हत्या 2017 में कर दी गई थी.
साजिश के तहत की गई हत्या
इधर, संजीव सिंह के करीबी रंजय सिंह उर्फ रवि रंजन सिंह की हत्या के मामले में शुक्रवार को मृतक रंजय सिंह की पत्नी रूमी सिंह का बयान जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में दर्ज किया गया. अपने बयान में रूमी सिंह ने कहा कि 29 जनवरी 2017 को उनके पति रंजय सिंह स्कूटी से राजा यादव के साथ सिंह मेंशन से अपने चाणक्य नगर स्थित फ्लैट जा रहे थे. तभी रामेश्वर तिवारी के घर के समीप दो हमलावरों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी. दोनों हमलावर हर्ष सिंह के आदमी थे. हर्ष सिंह ने साजिश रचकर मेरे पति की हत्या करा दी है. रूमी ने आगे कहा कि राजा यादव ने उनके जेठ संजय सिंह को फोन कर घटना की जानकारी दी थी. सूचना पर संजय सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और उनके पति को सेंट्रल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पति की मौत की खबर उन्हें रात 8 से नौ बजे के बीच जेठ संजय सिंह ने दी थी. रूमी सिंह ने कहा कि हत्या के पहले हर्ष सिंह से मेरे पति का गाड़ी साइड करने को लेकर विवाद हुआ था. सुनवाई के दौरान हर्ष सिंह हाजिर थे, जिन्हें रूमी सिंह ने पहचानने का दावा किया. वही नंदकिशोर सिंह उर्फ मामा को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कोर्ट में पेश किया गया था.रूमी सिंह को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अदालत में पेश किया गया था. गवाही के बाद सुरक्षा घेरा में ही उन्हें वापस गाड़ी तक ले जाया गया. हर्ष सिंह भी अपने समर्थकों एवं सुरक्षा गार्ड के साथ कोर्ट पहुंचे हुए थे.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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