धनबाद(DHANBAD): अवकाश प्राप्त सिविल सर्जन डॉक्टर गोपाल दास की पेंशन में लगातार 7 वर्षों तक हर महीने 20% की कटौती होगी. स्वास्थ्य विभाग ने यह कार्रवाई की है और इससे संबंधित आदेश भी निर्गत कर दिया गया है. अवकाश प्राप्त सिविल सर्जन पर गलत जांच रिपोर्ट देने का आरोप है. आरोप है कि साक्ष्यों को नजरअंदाज कर धनबाद के चक्रवर्ती नर्सिंग होम को उन्होंने क्लीन चिट दी. मामला बोकारो के दुग्धा की सोनी कुमारी की मौत से जुड़ा हुआ है. सोनी कुमारी को चक्रवर्ती नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था .यहां तबीयत बिगड़ने के बाद 11 जून 2019 को बोकारो रेफर कर दिया गया. बोकारो से 12 जून को मेडिका रांची भेज दिया गया. 24 जून को मौत हो गई .सोनी के पति का आरोप है कि इलाज के दौरान लापरवाही बरती गई ,इसको लेकर मेडिका से मिले कागजात के साथ उन्होंने इसकी लिखित शिकायत तत्कालीन सिविल सर्जन गोपाल दास की. आरोप है कि दास ने मामले की जांच की और सबूतों को नजरअंदाज करते हुए चक्रवर्ती नर्सिंग होम को क्लीन चिट दे दी. बबलू की शिकायत पर प्रशासन ने भी जांच कराई और सिविल सर्जन की रिपोर्ट को गलत ठहराया. इसके बाद दोबारा टीम ने मामले की जांच की. इस टीम ने भी सिविल सर्जन की जांच को गलत बताया. इसके बाद विभाग ने पेंशन से 7 वर्षों तक हर महीने 20% राशि कटौती का निर्देश दिया है. उनका पेंशन भुगतान हजारीबाग से हो रहा है. धनबाद से उनका तबादला प्रमोशन के साथ हजारीबाग हो गया था और हजारीबाग से ही अवकाश ग्रहण किए.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद