रांची(RANCHI):- ओडिशा के राज्यपाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि रघुवर दास एक बार फिर से झारखंड की राजनीति में सक्रिय होंगे. यह एक बड़ा घटनाक्रम है. भाजपा के लिए यह बड़ी खबर है.
2023 में अक्टूबर में राज्यपाल बनाए गए थे रघुवर दास
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को पार्टी ने सक्रिय राजनीति से अलग करते हुए उन्हें पड़ोसी राज्य उड़ीसा का राज्यपाल नियुक्त किया था. पिछले साल अक्टूबर में राज्यपाल बने थे. राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा थी कि रघुवर दास को राजनीतिक झारखंड की राजनीति से दूर रखा गया है ताकि विधानसभा चुनाव में बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में पार्टी चुनाव लड़ सके. विधानसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा. परिणाम के बाद संगठन को तंदुरुस्त करने के लिहाज से सांगठनिक कार्यक्रम तय किए गए हैं. फरवरी 2025 तक प्रदेश भाजपा को नया अध्यक्ष मिल जाएगा.
राज्यपाल पद से इस्पात देने के बाद यह संभावना जताई जा रही है की रघुवर दास फिर से भाजपा में शामिल होकर प्रदेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.
झारखंड की राजनीति में भाजपा का एक बड़ा ओबीसी चेहरा रहे हैं रघुवर दास
रघुवर दास झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं राज्य के उपमुख्यमंत्री का पद भी संभाल चुके हैं भाजपा नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. इन सबसे अलग रघुवर दास झारखंड में पार्टी के लिए ओबीसी समाज का बड़ा चेहरा रहे हैं. हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में ओबीसी चेहरा का संकट पार्टी को झेलना पड़ा है. पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व भी इस चीज को अब समझा है.
इसलिए रघुवर दास के झारखंड की राजनीति में सक्रिय होने और बड़ी भूमिका निभाने की संभावना जताई जा रही है. वैसे इस्तीफा के बाद आगे क्या होगा यह फिलहाल नहीं बताया गया है. परंतु हर झारखंड वासी इस चीज को समझ रहा है रघुवर दास 2014 से 2019 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे और ठोक बजाकर शासन किया था.