जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) : टाटा स्टील के पूर्व एमडी जेजे इरानी के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास भावुक हुए. बता दें कि रघुवर दास भी टाटा कंपनी में कर्मचारी रहे हैं. इस कारण उन्हें जेजे इरानी के साथ काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था. रघुवर दास ने बताया कि एक जनप्रतिनिधि होने के नाते गैर कंपनी क्षेत्र में टाटा स्टील द्वारा काम नहीं किए जाने पर जेजे ईरानी से समन्वय बनाकर गैर टाटा स्टील क्षेत्रों में भी विकास की नींव रखी गई थी. कहा कि शहर के विकास में उनकी अहम भूमिका रही. जमशेदपुर के साथ-साथ उद्योग जगत के लिए बड़ी क्षति हुई है. जमशेदपुर के पार्वती घाट पर टाटा स्टील के पूर्व एमडी, पद्म भूषण दिवंगत डॉ जेजे ईरानी जी के अंतिम संस्कार में शामिल हुआ. उनके परिजनों से मिलकर ढांढस बंधाया. इस दौरान टाटा ग्रुप समेत विभिन्न कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.
टाटा मेन हॉस्पिटल में जेजे इरानी ने ली आखरी सांस
टाटा स्टील के पूर्व एमडी डॉ जमशेद जे ईरानी का निधन 86 वर्ष के आयु में सोमवार रात 10 बजे के करीब हो गया. उन्होंने टाटा मेन हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली. उनके मौत की खबर सुनते ही पूरे उद्योग जगत शोक की लहर है. बता दें कि कुछ दिन पहले ही वो घर के बाथरूम में गिर गए थे. इस दौरान उनके सिर पर भी चोट आई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं, सोमवार को उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली.
2011 में टाटा से हुए थे सेवानिवृत्त
डॉ ईरानी ने 18 साल तक टाटा ग्रुप में काम करने के बात 2011 में टाटा की विभिन्न कंपनियों के सभी पदों से सेवानिवृत्त हो गए थे. जेजे जून, 1993 में टाटा मोटर्स के बोर्ड में शामिल हुए थे. उन्होंने टाटा संस के निदेशक के रूप में भी काम किया था. 2004 में सरकार ने उन्हें भारत के नए कंपनी अधिनियम के गठन के लिए विशेषज्ञ समिति का अध्यक्ष बनाया वे 2011 में टाटा की विभिन्न कंपनियों के सभी पदों से सेवानिवृत्त हो गए थे. बता दें कि वे आईआईएम, लखनऊ में बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष भी थे.
