टीएनपी डेस्क (TNP DESK):- सरकारी स्कूल के टीचर्स कितने जिम्मेदार है और उनकी क्या-क्या करतूते समय-समय पर आती रहती है. इस बार शिक्षकों का फर्जी हाजिरी का फर्जीवाड़ा सामने आया है. इसमे झारखंड के करीब 1 हजार टीचर्स है. जो स्कूल तो नहीं आते लेकिन, हाजिरी टाइम टू टाइम बन जाती है. दरअसल, सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को ई विद्यावाहिनी के माध्यम से ऑनलाइन उपस्थिति बनाना अनिवार्य है. इसके लिए जीपीएस सिस्टम भी लगा है, जिसके तहत स्कूल के 100 मीटर के दायरे में हजिरी बनानी है. लेकिन, टीचर्स ऐसे है, जो दूसरी जगह पर रहकर फर्जी तरीके से हाजिरी बना रहें है. इतना ही नहीं बैक डेट की भी उपस्थिति दर्ज करा रहें है. यानि गोलमाल और धोखाधड़ी किया जा रहा है.
जांच का आदेश
जिन टीचर्स ने हाजिरी का फर्जीवाड़ा किया है , उन दोषी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया गया है . स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने विभिन्न जिलों के ऐसे 992 शिक्षकों की पहचान की है जो किसी न किसी तरह गड़बड़ी कर गलत ढंग से स्कूल में उपस्थिति बना रहे हैं. सबसे अधिक फर्जी तरीके से हाजिरी बनाने का मामला पलामू का है, जहां 214 टीचर्स ने धोखाधड़ी की है.
दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन
विभाग के सचिव के. रवि कुमार ने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों और जिला शिक्षा अधीक्षकों को अपने अधीनस्थ और विश्वस्त पदाधिकारियों को स्कूलों में जाकर इसकी जांच का आदेश दिया है . इसके साथ ही दोषी टीचर्स के खिलाफ एक्शन लेने को भी कहा है. इतना ही नहीं सचिव ने जांच और उसके आधार पर होनेवाली कार्रवाई की रिपोर्ट भी मांगी है. उन्होंने शुक्रवार को हुई समीक्षा बैठक में भी इसे लेकर सख्त निर्देश दिए. उन्होंने जिला पदाधिकारियों को ऐसे शिक्षकों की लिस्ट भी भेजी है. विभाग ने अपने विश्लेषण में ये भी पता लगाया है कि शिक्षक लोकेशन चेंजर एप की मदद लोकेशन बदलकर हाजिरी बना रहें है.