रामगढ़ (RAMGARH) : न्याय की आस को लेकर एक वृद्ध दंपत्ति पिछले छह महीनों से दर बदर भटक रहे हैं. लेकिन उन्हें अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है. चितरपुर अहमद नगर निवासी वृद्ध मो निजाम ने अपनी बेटी की शादी सहरया, नावाडीह, बोकारो निवासी मंजूर खान के बेटे मंसूर खान से मुस्लिम रीति रिवाज के साथ 15 साल पूर्व किया था. शादी के एक साल के बाद से ही उसके साथ ससुराल वालों ने मारपीट शुरू कर दिया था. लेकिन बीते साल 6 अगस्त 2022 को इनकी बेटी की मौत हो गई. वृद्ध दंपत्ति का दावा है कि उनकी बेटी के ससुराल वालों ने उसकी हत्या की है. ऐसे में वह दोनों बीते छह महीनों से न्याय के लिए पुलिस और सरकारी बाबूओं के दफ्तर की चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन आज तक उन्हें इंसाफ की रौशनी हाथ नहीं लगी है.
हर बार मिलता है सिर्फ आश्वासन
वृद्ध दंपत्ति का आरोप है कि पिछले 6 अगस्त 2022 को उसकी बेटी के ससुराल वालों ने उसे जलाकर मार दिया था. इसको लेकर उन्होंने बेटी के ससुराल वालों पर हत्या करने का आरोप लगाया था. लेकिन छह माह बीत जाने के बावजूद पुलिस अब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. जिसके बाद उन्होंने बोकारो एसपी को भी पत्र लिखकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग किया था. लेकिन वहां से उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला. और कहा गया कि उनके बेटी के ससुराल वाले फरार हो गए हैं. जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इसके बाद वृद्ध मो निजाम ने उप महानिरीक्षक बोकारो से भी इसकी शिकायत गई. और मांग किया कि जल्द से जल्द उनकी बेटी के हत्यारों को गिरफ्तार किया जाए. लेकिन अभी तक उन्हें न्याय नहीं मिल पाया है. अब वे झारखंड के डीजीपी को पत्र लिखकर अपनी पुत्री के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करेंगे.
बोकारो पुलिस से लगाई आखरी गुहार
पीड़ित के पिता वृद्ध मो निजाम का कहना है कि छह महीने बीत जाने के बावजूद अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हो पाई है. यह समझ से परे है. उन्होंने बोकारो पुलिस से मांग की है कि जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर न्याय दिलाने का कार्य करें.
रिपोर्ट : जयंत कुमार, रामगढ़