धनबाद(DHANBAD) | सब कुछ अगर ठीक-ठाक रहा तो 2023 में ही बोकारो और उपराजधानी दुमका से हवाई सेवा शुरू हो सकती है. इसके लिए प्रयास तेज कर दिए गए है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इस संबंध में आदेश दिया है कि इसी साल बोकारो और दुमका से परिचालन शुरू कर दिया जाए. बोकारो एयरपोर्ट से उड़ान के लिए दो कंपनी एलाइंस एयर और फ्लाईविंक को अनुमति दी गई है. बोकारो एयरपोर्ट का लगभग काम पूरा हो चुका है. अधिकारियों की टीम ने बोकारो एयरपोर्ट का निरीक्षण भी कर लिया है. बोकारो इस्पात संयंत्र के अधिकारियों और बोकारो के डीसी के साथ बैठक हुई है. बोकारो स्टील लिमिटेड को डीजीसीए के लाइसेंस के लिए आवेदन आदि की प्रक्रिया पूरी करनी है.
राज्य सरकार को एंबुलेंस, सुरक्षा सहित अन्य सुविधाएं देनी है
राज्य सरकार को एंबुलेंस, सुरक्षा सहित अन्य सुविधाएं देनी है. उड़ान भरने के लिए डीजीसीए से लाइसेंस लेना जरूरी है. इसी महीने झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम ने भी बैठक की थी. बोकारो एयरपोर्ट के काम में आने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए हर महीने बैठक होगी. यह बैठक डीसी के नेतृत्व में होनी है. बोकारो एयरपोर्ट से विमान सेवा शुरू करने को लेकर बोकारो इस्पात प्रबंधन के साथ एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया का एमओयू जनवरी माह में दोबारा हुआ था. इसके बाद से ही लाइसेंस की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी. लेकिन पेड़ों की कटाई का काम पूरा नहीं होने के कारण प्रक्रिया थोड़ी धीमी पड़ गई थी. लेकिन अब यह सब काम तेज गति से हो रहा है.
धनबाद में भी हो रही है मांग
इधर, बोकारो और दुमका में हवाई सेवा शुरू होने की तैयारी के बीच धनबाद में भी एयरपोर्ट की मांग जोर पकड़ने लगी है. धनबाद के लोग चाहते हैं कि उन्हें भी हवाई सेवा मिले. अभी बोकारो के लोगों को हवाई सेवा के लिए दुर्गापुर अथवा रांची जाना पड़ता है. समय भी अधिक लगता है और पैसे भी अधिक खर्च होते है. अभी देवघर में हवाई सेवा शुरू हो गई है. धनबाद के लोग जनप्रतिनिधियों पर लगातार दबाव बना रहे हैं कि उनके हवाई सेवा के लिए आवाज बुलंद की जाए. लेकिन सूत्रों के अनुसार सरकार के पास धनबाद में हवाई सेवा शुरू करने का कोई प्रस्ताव ही नहीं है. ऐसे में सिर्फ बयान बाजी हो रही है. यह बात सच है कि धनबाद हवाई सेवा के लिए सभी जरूरतों को पूरा करता है बावजूद यहां के जनप्रतिनिधियों की शिथिलता की वजह से धनबाद इस सेवा से फिलहाल वंचित है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो