धनबाद(DHANBAD): बीसीसीएल चाहे जितना भी ड्रोन उड़ा ले, सीआईएसफ जवानों के शरीर पर कैमरा बांधकर पेट्रोलिंग करा ले, कोयला चोरी और दबंगों पर अंकुश लगाने के चाहे जो भी उपाय कर लें लेकिन दबंग है कि मानते नहीं. रंगदारी और अपनी दबंगई के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते है. विलंब से मिली जानकारी के मुताबिक कतरास के न्यू अकाश किनारी परियोजना में चल रही डेको आउटसोर्सिंग कंपनी परिसर में गुरुवार की देर रात असामाजिक तत्वों ने रंगदारी को लेकर बम बाजी की ,हथियार चमकाए, बमो के धमाके और गोलियों की आवाज से पूरा इलाका दहल उठा. उस समय काम कर रहे कर्मी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागे. तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी गई.
तीन को पुलिस ने पकड़ा
पुलिस पहुंची और छानबीन शुरू की. आउटसोर्सिंग कंपनी के सुपरवाइजर ने कतरास पुलिस को इस घटना से संबंधित लिखित शिकायत दी है. पुलिस ने उस शिकायत के आधार पर कुंदन कुमार, शुभम सिंह और रोहित कर्मकार को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने घटनास्थल से जिंदा बम भी बरामद किया है. इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है. गुरुवार की देर रात चार की संख्या में अपराधी बाइक से आउटसोर्सिंग स्थल पर पहुंचे और बमो का धमाका कर दहशत फैला दिया. इस दौरान छह चक्र गोलियां चलाये जाने की बात कही जा रही है. हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. यह बमबाजी क्यों की गई है, इसके पीछे क्या मंशा थी, इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं है. दो गुटों की आपसी रंजिश का प्रतिफल माना जा रहा है.
झामुमो का चक्काजाम 21 से
जानकारी के अनुसार 21 मई को नियोजन सहित अन्य मांगों को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अनिश्चितकालीन चक्काजाम आंदोलन की घोषणा की है. चक्का जाम आंदोलन के पहले हथियार चमकाने की घटना दो गुटों में संभावित टकराव के साथ दबंगता कायम करने से जोड़कर देखा जा रहा है. कोयलांचल में दबंगता के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाए जाते रहे है. कहने के लिए तो यह सब सफेदपोश मजदूरों की बात करते हैं लेकिन असल में यह अपनी दबंगता कायम करना चाहते है. जिस नेता के पक्ष में जिस इलाके के जितने भी दंगल होंगे, वहां का वह बादशाह कहा जाएगा. हो सकता है कि यह फायरिंग भी बादशाह द के लिए ही कराई गई हो. पुलिस को यह जरूर जानना चाहिए कि बमबाजी किसने कराई,किंगपिन के खिलाफ अगर कार्रवाई होनी शुरू हो जाये तो इस तरह की घटनाओं पर नियंत्रण पाया जा सकता है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो