रांची(RANCHI): झारखंड में केन्द्रीय एजेंसी की कार्रवाई दो वर्षों से तेज है. अब तक दर्जनों लोगों को आय से अधिक संपत्ति के आरोप में जेल भेज चुकी है. लेकिन यह जांच अभी रुकी नहीं है, इसकी फेहरिस्त काफी लंबी है. इस जांच के जद में सत्ता के शीर्ष में बैठे लोग भी शामिल है. इस जांच के बीच अब एक चर्चा जोर शोर से जारी है कि झारखंड में अब ED के अधिकारियों को फ़साने की कोशिश की जा रही है.पहले ईडी ने बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारा में छापेमारी की तो बाद में यह मामला राजनीतिक बयान बाजी का एक मुद्दा बन गया. भाजपा सीधे इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की मांग करने लगी.
इसी कड़ी में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी भी अपने सोशल मीडिया से राज्य सरकार पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. शुरू से ही ईडी की जांच प्रभावित करने का आरोप बाबूलाल सरकार पर लगा रहे है. इस बीच फिर अब बाबूलाल मरांडी ने सीधे राज्य के आला अधिकारियों को कटघरे में खड़ा कर कहा कि रांची के सिटी एसपी पर दबाव बनाया जा रहा है. सिटी एसपी को दबाव बना कर ED के अधिकारियों पर आदिवासी उत्पीड़न का मामला दर्ज करने को कहा जा रहा है.अब इस बात की सच्चाई में दम कितना है यह बाबूलाल मरांडी ही जानेगे.
फिलहाल बाबूलाल मरांडी किस आधार पर आरोप लगा रहे है. यह तो जांच का विषय है. लेकिन जिस तरह से हाल के दिनों में केन्द्रीय एजेंसी और राज्य सरकार सीधे आमने सामने दिख रही है. यह टकराव आने वाले दिनों में और बढ़ेगा. क्योंकि फिलहाल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी ईडी को पूछताछ करना. ED की ओर से पाँच समन भेज कर CM को बुलाया लेकिन मुख्यमंत्री ने इस समन को कोर्ट में चुनौती दी है.फिलहाल आने वाले दिनों में सरगर्मी तेज होने के आसार साफ है.