दुमका(DUMKA):दुमका में स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारी जोर शोर से चल रही है. उपराजधानी का दर्जा होने के नाते यहां स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राज्यपाल की ओर से झंडोत्तोलन किया जाता है. पुलिस लाइन मैदान में राजकीय समारोह का आयोजन होता है. वहीं स्वतंत्रता दिवस से दो दिन पहले यानी 13 अगस्त को परेड का फाइनल रिहर्सल किया गया. यह जानने के लिए की स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारी में कोई त्रुटि तो नहीं रह गई है. लेकिन पूरे कार्यक्रम में त्रुटि ही नजर आयी.
जोर शोर से चल रही है तैयारी
फाइनल रिहर्सल के दौरान मंच पर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के बीच एक अदृश्य दीवाल की भांति का नजारा था. डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन और डीसी ए दोड्डे के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम एक ही मंच पर टुकड़ों में बंटी नजर आयी. दरअसल डीआईजी जब मंच पर पहुंचे तो उस समय तक डीसी नहीं पहुचे थे. डीआईजी को राष्ट्रीय सैल्यूट दिया गया. सैल्युट मिलते ही डीआईजी ने झंडोत्तोलन कर दिया. उसके बाद परेड का निरीक्षण एसपी के साथ मिलकर किया. तब मंच पर डीसी पहुंच चुके थे.
परेड का किया गया फाइनल रिहर्सल
आपको बताएं कि मंच पर उपस्थित डीसी के चेहरे पर विलंब से पहुंचने का अफसोस भी झलक रहा था. डीसी अन्य अधिकारियों से जानकारी ले ही रहे थे कि निरीक्षण के बाद डीआईजी मंच पर पहुंचे. प्रोटोकॉल की औपचारिकता निभाई गयी. डीआईजी पुलिस पदाधिकारियों से कार्यक्रम की त्रुटि के विषय में जानकारी लेने लगे.सभी को लगा त्रुटि हुई है.
डीसी के देरी से पहुंचने पर हुआ अंदरूनी अनबन
तभी अचानक डीसी मंच से उतरे और चले गए. बताया जा रहा है कि मंच पर सिटींग अरेंजमेंट पर डीआईजी को आपत्ति है. सूत्रों की मानें तो डीसी की ओर से राजभवन से सीट अरेंजमेंट की सुकृति के लिए पत्र लिखा गया है. साथ ही आज की घटना के बाबत कई वरीय अधिकारियों को जानकारी दी गयी है.
सीटिंग अरेंजमेंट पर डीआईजी ने जताई आपत्ति
वहीं इस पर डीआईजी का कहना है कि त्रुटियों को सुधारने के लिए ही पूर्वाभ्यास किया जाता है इसलिए ऐसी कोई बात नहीं है.जो भी हो आज के घटनाक्रम ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के बीच एक अदृश्य रेखा खींच दी है. दबी जुबान से लोग इसकी चर्चा कर रहे है.
रिपोर्ट पंचम झा