रांची(RANCHI )- इधर सरकार बनी. विस्तारित हुई. लेकिन संकट को भी बढ़ा गई है.मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही कांग्रेस के कुनबे में यह संकट उत्पन्न हो गया है. पुराने चेहरों को एक बार फिर से मंत्री बनाए जाने के खिलाफ नाराज कांग्रेसी विधायक एकजुट हो गए हैं और अब वह दिल्ली कूच रहे कर रहे हैं. लगभग एक दर्जन कांग्रेसी विधायक चाहते हैं कि रामेश्वर उरांव ,बन्न गुप्ता, आलमगीर आलम और बादल पत्रलेख हटाए जाएं और उनकी जगह उन्हें मंत्री बनाया जाए.
दिल्ली कूच करने को तैयार हैं एक दर्जन कांग्रेसी विधायक
कांग्रेसी विधायक अनूप सिंह इस बात पर ज्यादा अड़े हुए हैं कि शपथ ग्रहण समारोह में तो उन लोगों ने प्रदेश नेतृत्व की बात मान ली. लेकिन यह शर्त रखी गई थी कि केंद्रीय नेतृत्व से इस संबंध में चर्चा की जाएगी.कांग्रेसी विधायकों की इच्छा है कि सभी चार मंत्री जो कांग्रेस कोटे के हैं, उन्हें हटाकर नए चेहरे को जगह दी जाए. इसलिए जगह बनाने का दबाव डाला जा रहा है.यह संकट पार्टी के समक्ष बड़ा हो रहा है.इसके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं.
इस पूरे मुहिम का नेतृत्व अनूप सिंह कर रहे हैं
कांग्रेस कोटे के चारों मंत्रियों को हटाने के मुहिम का नेतृत्व विधायक अनूप सिंह कर रहे हैं.इसके अलावा खिजरी से विधायक राजेश कच्छप भी पूरा लगे हुए हैं.सभी को मंत्री बनने की चाहत है. जबकि यह सच है कि 12 में से चार ही को बनाया जा सकता है. अगर सभी को हटाकर फिर से कांग्रेस अपने कोटे के मंत्रियों का शपथ कराए तो भी नाराजगी बनी रहेगी .
दिल्ली में क्या करेंगे कांग्रेसी विधायक
दिल्ली जाने पर अड़े सभी नाराज कांग्रेसी विधायक केंद्रीय नेतृत्व से दो टूक बात करने के पक्ष में हैं. विधायकों की बात पर विश्वास करें तो पहले एआईसीसी के महासचिव केसी वेणुगोपाल से उनकी मुलाकात होगी. उसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करने का प्रयास किया जाएगा.