देवघर(DEOGHAR):ऑनलाइन के जमाने मे यदि आप भी हाथ से बना प्रमाण पत्र किसी से ले रहे हैं, तो पहले जांच कर लें. वरना वरना आप भी फर्जीवाड़ा का शिकार हो सकते हैं. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि फर्जीवाड़ा का ऐसा ही मामला देवघर से सामने आया है. आजकल लोगों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने से बचाने के लिए प्रज्ञा केंद्र की स्थापना की गई है. जहां से सबी तरह के प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड के साथ अन्य प्रमाण पत्र बनाये जाते है. लेकिन कभी कभी इन केंद्रों की ओर से फ़र्ज़ी प्रमाण पत्र भी बनाया जाता है.
प्रज्ञा केंद्र संचालक ने बनाया जाली जन्म प्रमाण पत्र
ताजा मामला देवघर के मधुपुर से आया है. जहां प्रज्ञा केंद्र से फर्जी जन्मप्रमाण पत्र निर्गत किया गया है. जिसका खुलासा तब हुआ जब मधुपुर थाना क्षेत्र के केला बगान निवासी कपिल साह ने अपने पोते का जन्म प्रमाणपत्र बनाने के लिए पास ही स्थित प्रज्ञा केंद गये. केंद्र संचालक ने सरकारी शुल्क सहित 300 रुपया लेकर हस्तलिखित प्रमाण पत्र दे दिया. जिसमे हस्ताक्षर के साथ फर्जी मुहर भी लगा हुआ था.
पूछताछ में हुआ फर्ज़ीवाड़ा करनेवाले एक सक्रिय गिरोह का खुलासा
कपिल साह जब जन्म प्रमाण पत्र को लेकर वार्ड पार्षद के पास आधार कार्ड बनवाने के लिए कागजी कार्रवाई के लिए पहुंचे. जन्म प्रमाण पत्र को देखकर वार्ड पार्षद ने इसको जाली बताते हुए हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया.जिसके बाद इसकी लिखित शिकायत अनुमंडल पदाधिकारी आशीष अग्रवाल से की गई.मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीओ ने मधुपुर थाना प्रभारी को जांच करने का निर्देश दिया.पुलिस ने प्रज्ञा केंद्र सहित अन्य केंद्रों में जांच किया.इसके साथ ही 2 केंद्र संचालक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया हैं. जिनसे पूछताछ में फर्ज़ीवाड़ा करनेवाले एक सक्रिय गिरोह का खुलासा हुआ है.मधुपुर नगर परिषद के पास स्थित प्रज्ञा केंद्रों से पुलिस ने कई प्रमाण पत्र को भी जप्त किया है.
नगर परिषद के अवकाश प्राप्त कर्मी का नाम भी सामने आ रहा है
हालांकि अभी तक पुलिस इस संबंध में मीडिया से कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है. गिरोह के मुख्य कर्ता-धर्ता के रूप में मधुपुर नगर परिषद के अवकाश प्राप्त कर्मी का नाम भी सामने आ रहा है.अब देखना होगा कि इस तरह के फर्ज़ीवाड़े में कौन कौन लोग शामिल हैं.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा