गुमला(GUMLA):गुमला जिला के डीसी कर्ण सत्यार्थी इन दिनों दूरदराज के इलाकों में विकास की योजनाओं को पहुंचाने को लेकर काफी गंभीरता से काम कर रहे है.केंद्र और राज्य सरकार की ओर से मिल रही राशि का सही रूप से उपयोग होने के साथ ही सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का गरीबों को सही रूप से लाभ मिल सके, इसको लेकर डीसी उन दूरदराज के इलाकों में पहुंचकर विकास की योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने की कोशिश कर रहे हैं. जिला के बिशुनपुर घाघरा,डुमरी,चैनपुर,जारी, कामडारा,बसिया और पलकोट के कई ऐसे दुर्गम क्षेत्र में जहां आज तक सही रूप से विकास की किरण नहीं पहुंच पाने की वजह से लोगो को मूलभूत सुविधा भी नहीं मिल पाई है.
कई इलाकों को शिक्षा स्वस्थ के साथ ही सही रूप से पानी बिजली की सुविधा भी नहीं मिली है
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि कई इलाकों को शिक्षा स्वस्थ के साथ ही सही रूप से पानी बिजली की सुविधा भी नहीं मिली है, ऐसे में इन इलाके के लोगों ने पूरी तरह से विकास की उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन वर्तमान डीसी कर्ण सत्यार्थी की पहल ने लोगो मे विकास की उम्मीद जगाई है.डीसी ने इन इलाकों में जाकर विकास की जमीनी हकीकत जानने की कोशिश कर रहे है, वहीं जब उनसे बात किया गया तो उन्होंने कहा कि अभी कुछ बोलने से अच्छा होगा कि इन इलाकों में कुछ काम हो जाये तब बोलना सही होगा. वहीं इलाके में लोगों के बीच जब डीसी पहुंच रहे हैं तो लोगो को उम्मीद लग रही है कि उनके इलाके में भी विकास की योजना आ पाएगी.
बच्चों ने डीसी की इस पहल की काफी प्रशंसा की
वहीं लोगों का जीवन तो आज भी इन इलाकों में भगवान भरोसे है,स्थानीय बच्चों ने डीसी की इस पहल की काफी प्रशंसा की , उनका मानना है कि अब लग रहा है कि इन इलाकों में विकास पहुंच पायेगा. इलाके में विकास नहीं होने से इस इलाके से लोग ना तो सही रूप से पढ़ाई कर पाते हैं, ना ही अपने हक और अधिकार की ही जानकारी रख पाते है.अब देखना है कि डीसी जिस उत्साह के साथ गांव का दौरा कर रहे है, उसका विकास की गति को पहुंचाने में कितना प्रभाव पड़ पाता है और रेस इलाके के लोगो का जीवन स्तर कितना बेहतर हो पाता है,लेकिन इतना तय है कि इस तरह की डीसी की पहल पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.
रिपोर्ट-सुशील कुमार