जमशेदपुर(JAMSHEDPUR): आज वेलेंटाइन डे है. हर प्रेमी युगल की कोशिश किसी पार्क में बैठकर प्यार के दो क्षण गुजारने की होती है, अपने सपनों की दुनिया का ताना-बाना बुनने की होती है, उनके कुछ अरमान होते हैं, चाहतें होती है. लेकिन तब क्या कहा जाय, जब सत्ता और समाज अपने- अपने दायित्वों का निर्वाह नहीं कर प्यार की पहरेदारी करने लगे?
युगल जोड़ियों को पार्क से खदेड़ा गया
दरअसल जमशेदपुर के जुबली पार्क में प्रेमी-प्रेमिकाओं का हुजूम अपने-अपने तरीके से वेलेंटाइन डे को यादगार मनाने निकला था. लेकिन अभी तो कुछ ही प्रेमी युगलों आगमन हुआ था कि अचानक से हिन्दुत्ववादी संगठनों के द्वारा प्रेमी-प्रेमिकाओं पर लाठी- डंडों की बरसात होने लगी, इन युगल जोड़ियों को खदेड़ा जाने लगा, हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस बल के द्वारा हिन्दुत्ववादी संगठनों के इन युवकों को बाहर निकाला गया. लेकिन तब तक उनके दिलों में दहशत कायम हो चुकी थी, वह पार्क छोड़ कर जा चुके थें.
पुलवामा हमले में शहीद जवानों को दी गयी श्रद्धांजलि
कुछ ही देर बार विरोध प्रर्दशन कर रहे हिन्दुत्वादी संगठनों से जुड़े युवकों के द्वारा पुलवामा हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गयी, साथ ही प्रेमी युगलों को यह सीख भी दी गयी कि प्रेम ही करना है तो किसी शहीद से करो.
क्या कहते हैं जानकार
जानकारों का कहना है कि इन संगठनों के द्वारा हर वर्ष इस तरह का विरोध प्रर्दशन किया जाता है, यह विरोध प्रदर्शन और कुछ नहीं इन संगठनों के द्वारा महज अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने की एक कोशिश भर होती है. हर किसी को यह हक है कि वह अपनी पंसद की जिंदगी चुन सके, अपना निर्णय ले सके, ये प्रेमी युगल भी किसी से कम राष्ट्रवादी नहीं है, राष्ट्रवाद का जज्बा उनके अन्दर भी है. यह राज्य सरकार का दायित्व है कि वह उनकी सुरक्षा प्रदान करे.
रिपोर्ट: देवेन्द्र कुमार