रांची (RANCHI) : झारखंड में इसबार सरकारी कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले होने वाली है. क्योंकि नए साल पर कुल 34 दिन की छुट्टी मिलने वाली है. दरअसल कैबिनेट की मंजूरी के बाद झारखंड सरकार ने 2026 का अवकाश कैलेंडर जारी कर दिया है. जिनमें राष्ट्रीय पर्वों के साथ राज्य की स्थानीय आदिवासी परंपराओं को भी प्रमुखता दी गई है. इस बार सबसे खास सोहराय पर्व पर लगातार दो दिन 12 और 13 जनवरी को अवकाश घोषित की गई है.
सोहराय पर दो दिन की छुट्टी बना मुख्य आकर्षण
पहली बार सोहराय पर्व को दो दिवसीय अवकाश का दर्जा दिया गया है. पहला दिन पारंपरिक सोहराय उत्सव के लिए, जबकि दूसरा दिन विशेष रूप से खुंटाव क्षेत्र की सांस्कृतिक प्रथाओं को ध्यान में रखते हुए तय किया गया है. फसल कटाई और पशुधन पूजा से जुड़े इस त्योहार को झारखंड की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक माना जाता है. दो दिन की छुट्टी मिलने से ग्रामीण इलाकों में रहने वाले सरकारी कर्मचारी अपने परिवार और समुदाय के साथ पूरे रूप से उत्सव में भाग ले सकेंगे.
कुल 34 छुट्टियां: 21 अनिवार्य, 13 कार्यपालिका आदेश आधारित
सरकार द्वारा जारी सूची के अनुसार 21 छुट्टियाँ राष्ट्रीय अवकाश अधिनियम (NIA Act) के तहत अनिवार्य है, जबकि13 छुट्टियां कार्यपालिका आदेशों से लागू किया जाएगा. राष्ट्रीय छुट्टियों में गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, गांधी जयंती आदि शामिल हैं. वहीं स्थानीय त्योहारों में मकर संक्रांति, हूल दिवस, विश्वकर्मा पूजा, भाई दूज जैसी छुट्टियाँ शामिल की गई हैं, जो राज्य की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाती हैं. सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि 1 अप्रैल को बैंक लेखा वार्षिक बंदी केवल बैंकों पर लागू होगी, सरकारी दफ्तरों पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा.
कर्मचारियों में उत्साह
अवकाश कैलेंडर जारी होने के बाद रांची सहित विभिन्न जिलों में कर्मचारियों ने खुशी जताई. कई कर्मचारियों ने कहा कि सोहराय पर दो दिन का अवकाश मिलने से वे अपने गांव जाकर पारंपरिक कार्यक्रमों में सरलता से शामिल हो सकेंगे.
