टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-बोकारो में एक बिजली उपभोक्ता का सर ही चकरा गया. झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की ओर से जारी बिल में तो एक पूरा परिवार ही सकते में आ गया, उसका सर ही चकरा गया. दरअसल, मामला ही कुछ इस तरह का था. बोकारो जिले के चास के कुवंर सिंह कॉलोनी निवासी गीता रानी घोष के बंद पड़ी दुकान के एक महीने का बिजली बिल 1 लाख 54 हजार 587 रुपए आ गया. इसके चलते गीता रानी घोष और उनका बेटा तापस घोष बेहद ही परेशान हो गये . चिंता की बात ये है बंद पड़ी दुकान में आखिर बिना बिजली का उपयोग किए इतना बिल कैसे आ गया, आखिर उनकी क्या गलती रही.
बिजली मीटर में दिखा 23 हजार यूनिट से अधिक
एक महीने में बिजली विभाग ने बिजली का मीटर 23 हजार यूनिट से अधिक दिखा दिया. हालांकि, अब आवेदन देने पर इसके सुधारने की बात हो रही है. हालांकि, यहां सवाल है कि आखिर ऐसी लापरवाही क्यों की जाती है. तापस घोष का कहना है कि बिल आने के बाद से ही वे बेहद परेशान है. मां को हाई ब्लड प्रेशर है, जब उसे इतनी राशि के बारे में सुना तो वो हैरान रह गई.
कई महीनों से बंद था दुकान
बताया जा रहा है कि गीतारानी घोष की दुकान कई महीने से बंद था. फरवरी माह में एक यूनिट की खपत पर बिल बना 309.38 रुपये, मार्च में एक यूनिट का बिल 393.38 रुपये हो गया. मई माह में दो यूनिट का 563 रुपये, जून में एक यूनिट का 676 रुपये, जुलाई में एक यूनिट का बिल 788 रुपये औऱ अगस्त 2023 में 23014 यूनिट का बिल 1 लाख 51 हजार 435 रुपये दिया गया. कुल मिलाकर गीतारानी घोष पर 1 लाख 54 हजार 587 रुपये का बकाया दिख रहा है. बिल के इस गड़बड़झाले के चलते किसी को भी इसके हिसाब का पता नहीं चल रहा है. यहां सवाल उठ रहा है कि आखिर जब बिजली जलाई ही नहीं गई, तो बला इतना यूनिट पर बिल कैसे आ गया. हालांकि, विभाग ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है.