धनबाद(DHANBAD) | धनबाद के पुटकी में मध्यान भोजन में अंडा खाने से बच्चे बीमार पड़ गए थे. कुल 15 बच्चे बीमार हुए थे. इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि मध्यान भोजन खाने के बाद बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी. जिसके बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, बाघमारा ने स्थलीय जांच की. जांच में पाया गया कि संयोजिका ने जो अंडे खरीदे थे, वह खराब थे. जिस पर कार्रवाई करते हुए वर्तमान माता समिति को तत्काल भंग कर दिया गया है. संयोजिका को तत्काल पद से विमुक्त कर दिया गया है. नई समिति के चयन का निर्देश दिया गया है.
चख कर नहीं परोसा गया खाना
इस संबंध में बताया जाता है कि रूटिंग के अनुसार खाना के पूर्व सहायक शिक्षिका को खाना चख कर जांच करने की जिम्मेवारी थी. वह सहायक शिक्षिका शाकाहारी है. इस कारण बच्चों को खाना परोसने से पहले अंडा नहीं खाया और चखना पंजी में हस्ताक्षर कर दी. बच्चों के बीच परोसा गया अंडा का छिलका भी नहीं हटाया गया था. सूत्र बताते हैं कि अंडा छिलकर देने से शायद यह स्थिति नहीं होती. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी शनिवार को जांच के लिए पहुंचे थे. जांच टीम ने स्कूल के किचन, चावल स्टॉक, उपस्थिति पंजी सहित अन्य कागजात की जांच की.
जांच टीम ने बच्चो और अभिभावकों से भी की पूछताछ
टीम ने बीमार बच्चों ,उनके अभिभावक व स्कूल के अन्य छात्रों से भी पूछताछ की. इस दौरान विद्यालय के प्रभारी प्राध्यापक बिना जानकारी के दो दिनों से अनुपस्थित रहने का भी मामला सामने आया. जांच टीम ने वीडियो ग्राफी भी कराइ. वैसे मध्यान भोजन में गड़बड़ी की शिकायत लगातार आती रहती है. शिकायतों की जांच तभी होती है, जब कोई बड़ी गड़बड़ी की शिकायत सामने आती है. रेगुलर जांच नहीं की जाती और यही वजह रही कि अंडा खाने के बाद बच्चे बीमार हो गए.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो