रांची(RANCHI)- ईडी के अधिकारियों ने अपनी छापेमारी के दौरान पंडित को भी नहीं बख्सा. धूप, चंदन और अगरबती के साथ आगे बढ़ते पंडित को भी अधिकारियों ने चलता कर दिया गया, अधिकारियों की इस धमकी से बेचारा पंडित भी अन्दर तक सिहर गया.
दरअसल राजधानी रांची में पूर्व डीसी छवि रंजन प्रसाद के आवास पर ईडी की छापेमारी की चल रही है, छवि रंजन प्रसाद के बगल में ही पूर्व खनन सचिव पूजा सिंघल का आवास भी है, अभी छापेमारी की शुरुआत हुई ही थी कि पंडित पूजा के लिए अपने साथ धूप, चंदन और अगरबती लेकर आगे बढ़ा, उसे इस बात का तनीक एहसास भी नहीं था कि उसके सामने ईडी की अधिकारियों की फौज खड़ी है और यह पूजा भी उनको मंजूर नहीं है.
हालांकि पंडित पूजा करवाने के लिए छवि रंजन प्रसाद का आवास नहीं जाकर पूजा सिंघल की आवास की ओर बढ़ रहा था. लेकिन अधिकारियों को तो एक परिंदा भटकना मंजूर नहीं था. बेचारा पंडित क्या करता, आखिरकार अधिकारियों के सख्त रवैये को देखकर उसे बगैर पूजा किये ही लौटना पड़ा.
यहां बता दें कि रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन प्रसाद से जुड़े देश भर के करीबन 22 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी की जा रही है, पच्छिम बंगाल, बिहार से लेकर झारखंड में ईडी एक साथ छापेमारी कर रही है, इस बीच उधर जमशेदपुर स्थित आवास में छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने नोट गिनने की मशीन मंगवायी है. बताया जा रहा है कि उस भारी भरकम राशि को देखकर अधिकारी भी सकते में है.
यहां बता दें कि झारखंड में पूर्व खनन सचिव पूजा सिंघल और सीएम हेमंत के पूर्व प्रधान सचिव राजीव रंजन एक्का के बाद अब रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन प्रसाद पर ईडी का कहर टूटा है.
नामकुम अंचलाधिकारी विनोद प्रजापति, बड़गाई सीओ भानू प्रताप भी ईडी की चपेट में
पूर्व डीसी छवि रंजन के साथ ही नामकुम अंचलाधिकारी विनोद प्रजापति, बड़गाई सीओ भानू प्रताप, जमीन कारोबारी अशरफ खान उर्फ चुन्नू खान सहित कई जमीन कारोबारियों पर भी यह छापेमारी एक साथ की जा रही है.
सेना की जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़ा है यह मामला
यहां बता दें कि यह मामला सेना की जमीन की बिक्री और उस पर अवैध कब्जे से जुड़ा हैं, सिरमटोली स्थित 3.07 एकड़ की यह जमीन कारोबारी विष्णु अग्रवाल के द्वारा महुआ मित्रा और संजय कुमार घोष से खरीदी गयी थी, दावा किया जाता है कि इस जमीन की खरीद-बिक्री में छवि रंजन की भी भूमिका थी. माना जा रहा है कि अब ईडी इसी एंगल से इसकी जांच कर रही है.
कारोबारी विष्णु अग्रवाल से पहले ही हो चुकी है पूछताछ
इस मामले में कारोबारी विष्णु अग्रवाल से ईडी पहले ही पूछताछ कर चुकी है. अब उससे प्राप्त सूचना के आधार पर पूर्व डीसी रंजन, नामकुम अंचलाधिकारी विनोद प्रजापति, बड़गाई सीओ भानू प्रताप, जमीन कारोबारी अशरफ खान उर्फ चुन्नू सहित कई दूसरे जमीन काराबारियों पर छापेमारी की जा रही है.
पहले भी लग चुका है सरकारी पेड़ों की बिक्री का आरोप
छवि रंजन के खिलाफ यह कोई नया मामला नहीं है, इसके पहले ही उन पर रांची का डीसी रहते हुए सरकारी पेड़ों की बिक्री का आरोप लगा है. वर्ष 2016 में उन पर रांची का डीसी रहते हुए डाक बंगला परिसर में स्थित सागवान शीशम और दूसरे बेशकीमती सरकारी पेड़ों की बिक्री का आरोप है.