रांची(RANCHI): 1250 करोड़ रुपये के अवैध खनन मामले में ईडी की जांच एक बार फिर तेज हो गई है. बुधवार को ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद अब सभी को समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया है. सीएम हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक श्रीवास्तव उर्फ पिंटू 16 जनवरी, साहिबगंज डीसी 11 जनवरी और विनोद सिंह को 15 जनवरी को क्षेत्रीय कार्यालय तलब किया है. सीएम के प्रेस सलाहकार से दूसरी बार और साहिबगंज डीसी से अवैध खनन मामले में तीसरी बार पूछताछ होगी. बता दे कि यह पूछताछ के बाद साहिबगंज डीसी की मुश्किल बढ़ सकती है.
सीएम हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार पिंटू,साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव और आर्किटेक विनोद सिंह के ठिकानों पर ईडी ने बुधवार को ताबड़तोड़ छापेमारी की थी. इस छापेमारी में साहिबगंज डीसी के ठिकानों पर दबिश के दौरान 7.5 लाख नगद और 14 कारतूस मिले थे. बरामद नगद और कारतूस कहां से आया और किसका है इसका जवाब डीसी साहब पर नहीं है. इसके अलावा कई दस्तावेज भी जब्त किये गए है. जिसकी समीक्षा करने के बाद उस जांच की कड़ी को आगे बढ़ाने के लिए समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया है. इस पूछताछ में डीसी कई बिंदुओं पर फसते हुए दिखेंगे.
इसके अलावा सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषेक श्रीवास्तव से ईडी पहले भी पूछताछ कर चुकी है. पिंटू से एक लंबी पूछताछ ईडी दफ्तर में चली थी. उसके बाद फिर एक बार छापेमारी हुई और दोबारा से समन भेज कर तलब किया है. बता दे कि छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज और मोबाईल फोन को जब्त किया था. इस दौरान फोन की फोरेंसिक जांच भी कराने की बात सामने आई थी. ईडी को अवैध खनन मामले में पिंटू की भूमिका संदिग्ध दिख रही है. तमाम अवैध खनन के आरोपियों को जेल भेजे जाने के बाद भी पिंटू सभी के संपर्क में था. अब इस सवाल का जवाब तो पिंटू से ईडी जानने की कोशिश करेगी.
अगर बात विनोद सिंह की करें तो विनोद सिंह सीएम के करीबी दोस्त माने जाते है.इनके ठिकानों से 30 लाख से अधिक नगद बरामद हुए है. साथ ही एक लंबी छापेमारी विनोद सिंह के दफ्तर और आवास पर चली थी. कई शेल कंपनियों के दस्तावेज इनके ठिकानों से ईडी ने बरामद किया है.जब पूछताछ होगी तो सभी सवालों का जवाब देना विनोद सिंह के लिए कठिन होगा. ऐसा आरोप है कि अवैध खनन के पैसे को विभिन्न तरीकों से यह निवेश करते थे.