टीएनपी डेस्क (Tnp desk):- जमीन घोटाले में ईडी की रिमांड पर चल रहे हेमंत सोरेन के साथ किसके क्या-क्या रिश्ते थे. और क्या-क्या लेन-देन और अंदर की बाते होती थी. इसे लेकर लगातार ईडी सवाल-जवाब के साथ साथ हाथ लगे सबूतों से मिलान कर रही है.
आर्किटेक्ट बिनोद को ईडी ने बुलाया
आर्किटेक्ट बिनोद सिंह जिन्हें हेमंत सोरेन का करीबी माना जा रहा है. आज फिर ईडी दफ्तर बुलाया है और उनसे कई मसलो पर ईडी पूछताछ करेगी . इसके बाद शायद कुछ ओर खुलासे सामने आयेंगे . कुछ दिन पहले बिनोद सिंह के 536 पेज के व्हाटसेप चेट को भी उजागर किया गया था. जिसमे अफसरों की ट्रांसफर पोस्टिंग की बात सामने आई थी. दाावा किया जा रहा है कि बिनोद तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ट्रांसफर पोस्टिंग करने की गुजारिश कर रहे थे. किसी से मिलने के लिए समय मांग रहे थे और ये भी बाते कर रहे थे काश वे भी सिस्टम का हिस्सा होते . इतनी तल्लीनता और खुलकर बात कई तरह के इशारे कर रही है .
माना जा रहा है कि बरियातू की 8.5 एकड़ जमीन की हड़पने की कोशिश मामले में प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ लगभग पूरी हो चुकी है. अब माना जा रहा है कि उनके चल-अचल संपत्तियों के बारे में पूछताछ करेगी, कि आखिर ये कैसे अर्जित की है.
बिनोद से आखिर क्या रिश्ता था
बिनोद सिंह की आज पेशी के बाद ईडी की कोशिश अन्य चिजों को खंगालने की होगी . इसके साथ ही उनके हेमंत से कैसे ताल्लुकात है. और कब से ये सिलसिला चल रहा है. इसकी भी पड़ताल करेगी , क्योंकि व्हाटसेप चेट में जो बाते हुई. इससे तो साफ पता चलता है कि कोई भी शख्स इतनी गहरी बात एक मुख्यमंत्री के ओहदे पर बैठ शख्स से तो नहीं करेगा. लाजमी है कि ईडी हेमंत-बिनोद के रिश्ते के साथ-साथ अभी तक क्या-क्या सत्ता में रहने के दौरान काम हुए हैं. इसकी भी जांच कर इसे उजागर करेगी.
अभी तो पिक्चर बाकी है !
बिनोद सिंह के अलावा प्रेस सलाहकार रहे अभिषेक श्रीवास्तव और अब राज्यसभा सांसद धीरज साहू से भी सवाल जवाब करेगी. आपको बता ये वही धीरज साहू है, जिनके ठिकानों से 350 करोंड़ से ऊपर रुपये मिले थे. साफ है कि हेमंत सोरेन पर ईडी ने जोर से शिकंजा कस दिया है.
यहां सवाल यहां यही है कि जमीन घोटाले के अलावा भी ईडी हेमंत के तमाम उन चिजों की पड़ताल में जुट गई है. जिनका हेमंत से ताल्लुकात रहे हैं. अभी फिलहाल जांच में जांच एजेंसी जुटी हुई है. आगे अभी क्या-क्या बाते सामने आयेगी , समय-समय पर इसकी जानकारी आम आवाम को होती रहेगी.