टीएनपी डेस्क (TNP DESK):-अभी झारखंड में आम लोगों की जुबान पर ईडी की रेड और घोटाले ही सामने आर रहें हैं. खनन घोटाला, जमीन घोटाला के बाद अब चर्चा शराब घोटाले की परवान चढ़ रही है. इन घोटालों में अभी तक बड़ी-बड़ी मछलियां भी सलाखों के पीछ अपनी बेगुनाही के लिए अदालत की चक्कर काट रही है. शराब घोटाले की चर्चा तो पिछले दो दिन से सूबे में गर्माहट ला दिया है. लेकिन, इस शराब घोटाले का राज एक घोटाले की रेड के दौरान ही ईडी को पता लगा.
हार्ड डिस्क ने खोला राज
1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में पिछले साल 25 अगस्त को प्रेम प्रकाश की गिरफ्तारी हुई थी. जब ईडी ने प्रेम प्रकाश के ठिकाने पर छापेमारी की, तो इस दौरान वहां से एक हार्ड डिस्क मिला था. ईडी ने जब इसका विश्लेषण कर तह तक गई, तो उसमे शराब घोटाले की बू नजर आई औऱ इससे जुड़ी चिजे मिली. ईडी ने इसकी भनक किसी को लगने नहीं दी और अंदर ही अंदर अपनी गुप्त छानबीन जारी रखी. वक्त के साथ जब ईडी को जानकारी हाथ लगी, तो उस मामले में नया ईसीआइआर दर्ज कर जांच शुरु कर दी गई . इसके बाद परत दर परत हर राज खुलने लगा.
शराब घोटाले में ईडी की छापेमारी
शराब घोटाले को लेकर ईडी ने बुधवार से शुरु की छापेमारी का अंत गुरुवार दोपहर को किया. गुरुवार को सिर्फ योगेन्द्र तिवारी से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी हुई. योगेन्द्र तिवारी, भाई अमरेन्द्र तिवारी को जमीन घोटाला, बालू घोटाला और शराब घोटाले का आरोपी बताया जा रहा है. ईडी को जो दस्तावेज मिले हैं, उनमे रुपयों के लेन-देन के बड़े मामले सामने आए हैं. 26 अगस्त को ईडी उनसे पूछताछ करेगी, इसके साथ ही अन्य आरोपियों से भी अलग-अलग तारीख में पूछताछ करेगी.
निशाने पर वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव का बेटा
शराब घोटाले की छापेमारी के दौरान राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के बेटे रोहित उरांव भी ईडी की जद में आ गये. छापेमारी में रामेश्वर उरांव के बेटे रोहित उरांव के आवास से 30 लाख रुपए की बरामदगी हुई, जिसका ईडी हिसाब लेगी. बताया जा रहा है कि रोहित उरांव के माध्यम से ईडी की जांच की आंच उनके परिवार के अन्य सदस्यों तक भी पहुंचेगी.