रांची(RANCHI):जमीन घोटाला का मामला रांची में अधिकारियों, नेताओं और कारोबारी के लिए नासूर बन गया है. इस जांच में हर दिन एक नया नाम नई कड़ी जुड़ रही है. अब ED एक बड़ी कार्रवाई की तैयारी में लग गई है. आने वाले दिनों में एक साथ ED की दबिश दिख सकती है. बता दे कि निलंबित आईएएस छवि रंजन से ED दोबारा से रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है. इस पूछताछ में जमीन घोटाला में शामिल और लोगों के नाम ED को हाथ लगे है. ED की रडार पर अंचल अधिकारी, नेता और कारोबारी है.
13 अप्रैल को सेना जमीन घोटाला में बड़ी कार्रवाई हुई थी
मामला सेना जमीन घोटाला से जुड़ा है. इसमे ED ने एक बड़ी कार्रवाई 13 अप्रैल को किया था. जिसमे रांची के पूर्व DC निलंबित आईएएस छवि रंजन से जुड़े 22 ठिकानों पर ED ने दबिश बनाया था. जिसमे छवि के साथ इनसे जुड़े लोगों के ठिकानों से कई जमीन हेरा-फेरी के दस्तवेज मिले थे. इस छापेमारी के बाद 7 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. जिसमें राजस्व कर्मचारी सहित जमीन दलाल शामिल थे. गिरफ्तार के बाद कोर्ट से रिमांड पर लेकर एक लंबी पूछताछ हुई. जिसमे छवि रंजन का नाम उछला. जिसके बाद छवि रंजन को ED ने समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया. पहली पूछताछ 23 अप्रैल को करीब 10 घन्टे हुई. तो वहीं दोबारा 4 मई को तलब किया गयाजिसमे करीब 11 घंटे पूछताछ के बाद छवि रंजन को ED ने गिरफ्तार कर लिया था.
गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट से 6 दिनों की रिमांड पर लेकर पूछताछ चली
गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट से 6 दिनों की रिमांड पर लेकर पूछताछ चली. इस पूछताछ में कई खुलासे हुए. लेकिन ईडी को और जानकारी चाहिए थी. जिसको लेकर दोबारा चार दिनों की रिमांड पर लेकर पूछताछ चल रही है. इस दौरान कई सवालों का जवाब देने से छवि बच रहे है. यही कारण है कि मामले की जांच को आगे बढ़ाने में ED को समय लग रहा है.
छवि से पूछताछ के बाद अंचल अधिकारियों को Ed तलब करेगी
इस पूरे खेल में रांची के कई अंचल अधिकारी भी शामिल है. छवि से पूछताछ के बाद अंचल अधिकारियों को Ed तलब करेगी. इस दौरान अंचल अधिकारी से ED जानने की कोशिश करेगी कि आखिर किस मामले में अंचल अधिकारी हर महीने दो से तीन लाख रुपये छवि रंजन को पहुंचाते थे. इस पैसे का स्रोत क्या था. ED जांच कर रही है रांची में कितनी जमीन की फर्जी रजिस्ट्री की गई है.
खुलासा के बाद जमीन दलाल, कारोबारी, अंचल अधिकारी और पुलिस अधिकारी जेल जा सकते
जब इस पूरे मामले का खुलासा होगा तो रांची के कई जमीन दलाल, कारोबारी, अंचल अधिकारी और पुलिस अधिकारी जेल जा सकते है. क्योंकि बताया जाता है कि जमीन कब्जे का पूरा खेल पैसे और रसूख के बल पर माफिया करते थे. इस खेल में राज्य के बड़े नेताओं का सभी को संरक्षण प्राप्त था.