टीएनपी डेस्क(Tnp desk):- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की जिंदगी का सबसे मुश्किल वक्त से गुजर रहे हैं. 31 जनवरी के दिन उनके लिए हमेशा याद रहेगा. इसी दिन पहले तो मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद फिर ईडी ने जमीन घोटाले में गिरफ्तार कर लिया. यानि एक ही दिन दो बड़ा झटका लग गया . मानो आर्श से फर्श पर एक झटके में पहुंच गये हो .
पांच दिन की रिमांड पर हेमंत
अभी हेमंत सोरेन ईडी की पांच दिनों की रिमांड पर चल रहे हैं. आज जमीन घोटाले से संबंधित उनसे सावल-जवाब जांच एजेंसी कर सकती है. दरअसल, इस घोटाले के तार बड़गई अंचल के हल्का कर्मचारी भानु प्रताप से जुड़े हुए हैं. लैंड स्कैम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में तलाशी के दौरान ईडी को भानु प्रताप का मोबाइल मिला था. इसे जब्त कर उसकी मौजूदगी में ही इसका डेटा निकाला गया था. मोबाइल फोन से ही नकद लेनदेन, भूमि अधिग्रहण में दूसरों को अवैध फायदा पहुंचाने से संबंधित कई चैट और जानकारियां मिली थी. उसी जानकारी में हेमंत सोरेन के द्वारा अर्जित और कब्जा गयी जमीन-जायदाद की भी जानकारी मिली . जो उसके अधिकार क्षेत्र में स्थित थे. जमीन का कुल क्षेत्रफल 8.5 एकड़ है.
जमीन घोटाले में आरोपी हैं हेमंत
बताया जा रहा है कि सीएमओ के निर्देश पर तत्कालीन अंचल अधिकारी ने हल्का कर्मचारी भानू प्रताप को उस भूखंड का निरीक्षण करने के लिए कहा. जिसके बाद हल्का कर्मचारी भानू ने खुद जाकर भूखंड का निरीक्षण किया और उसके बाद अपनी नोटिंग की. दरअसल, जिस जमीन के लिए पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को आरोपी बनाया गया है, वह राजधानी रांची के बड़गाईं में स्थित है और उसका कुल क्षेत्रफल लगभग 8.50 एकड़ है. खतियान में ये भूखंड लोढ़ा पाहान के नाम से दर्ज है और इसका नेचर बकास्त भुईहरि और गैर भुईहरि दर्ज है.
अभी तक 15 लोग गिरफ्तार
इसी जमीन घोटाले के केस में पूर्व सीएम हेमंत समेत 15 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. इसी केस में रांची के पूर्व उपायुक्त छविरंजन भी जेल की हवा खा रहे हैं. पूर्व सीएम हेमंत को ईडी ने इसी जमीन घोटाले के संबंध में कुल दस समन भेजी थी. हेमंत ने 8 वें समन यानि 20 जनवरी को अपने आवास में पूछताछ के लिए राची हुए थे. जांच एजेंसी ने तकरीबन सात घंटे उनसे सवाल जवाब किया था. इसके बाद 31 जनवरी की पूछताछ में उन्हें गिरफ्तार किया . ईडी का आरोप है कि जमीन से जुड़े इस रैकेट में हेमंत सोरेन भी शामिल हैं. अभी तक जांच एजेंसी ने इस मामले में आरोपियों की कुल 236 करोड़ की संपत्ति कुर्क की है