दुमका(DUMKA):झारखंड की उपराजधानी दुमका में वर्ष 2023 में छोटी बड़ी कई आपराधिक वारदातें हुई.इसमें से अधिकांश घटनाओं का उद्भेदन हुआ औऱ अपराधी सलाखों के पीछे पहुंचा लेकिन वर्ष के जाते जाते शहर में हत्या की एक ऐसी वारदात हुई जिसका उद्भेदन आज तक नहीं हो पाया.हम बात कर रहे हैं ओम ट्रेवल्स के मैनेजर सनोज कुमार की हत्या का. 30 दिसंबर 2023 की रात शहर के कुम्हारपडा में बाइक सवार अपराधियों ने सनोज के ऊपर ताबड़तोड़ 5 गोलियां बरसाई. गंभीर स्थिति में परिजन सनोज को लेकर फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
हत्या की इस वारदात से शहर में सनसनी फैल गयी थी
वहीं हत्या की इस वारदात से शहर में सनसनी फैल गयी. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार घटना के बाद देर रात स्थल पर पहुंच कर मामले की जांच.घटना के एक सप्ताह बीत गए, लेकिन अभी तक इस मामले में पुलिस के हाथ खाली है. आज भी सनोज की हत्या अबूझ पहेली बनी हुई है.हम आपको बता दें कि सावन के महीने में दुमका के नए एसपी के रूप में पीताम्बर सिंह खेरवार ने उस वक्त जिला में योगदान दिया, जबकि एक दिन पूर्व ही बासुकीनाथ में जमशेदपुर के एक श्रद्धालु की गोली मारकर हत्या कर दी.
श्रद्धालु की पहचान जमशेदपुर के गैंगस्टर के रूप में हुई थी
वहीं बाद में मृतक श्रद्धालु की पहचान जमशेदपुर के गैंगस्टर के रूप में हुई. योगदान के बाद मीडिया के सवाल का जबाब देते हुए एसपी ने कहा था कि अपराधी कोई भी हो उसका स्थान केंद्रीय कारा दुमका है. अपराध करने के बाद पुलिस से बच नहीं सकते. कुछ दिनों बाद ही पुलिस ने मामले का उद्भेदन करते हुए अपराधी को सलाखों के पीछे भेजा. उसके बाद बाइक चोरी से लेकर गृह भेदन तक के अधिकांश मामलों का उद्भेदन पुलिस द्वारा किया गया. अपराध पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से शहर के चौक चौराहे पर सीसीटीवी कैमरा लगाए गए. इसके बाबजूद शहर में आपराधिक वारदातें होती रही लेकिन सीसीटीवी के सहारे घटना का उद्भेदन भी होता रहा,लेकिन सवाल उठता है कि इतनी व्यवस्था के बाबजूद आखिर कहां चला गया सनोज का हत्यारा!
मामले में कोई भी पुलिस पदाधिकारी खुलकर कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है
वहीं जमीन निगल गयी या आसमान खा गया! ऐसा भी नहीं कि घटना के बाद पुलिस हाथ पर हाथ धरी बैठी हो. वैसे तो इस मामले में कोई भी पुलिस पदाधिकारी खुलकर कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है.पूछने पर इतना ही बताया जाता है कि जल्दी ही पूरे मामले का खुलासा हो जाएगा, लेकिन वो समय कब आएगा यह किसी को पता नहीं. शहरवासी भी सनोज की हत्या की वजह जानने को उत्सुक हैं. उधर घटना के बाद बस ओनर एसोसिएशन द्वारा बैठक कर 4 सूत्री मांग पत्र प्रशासन को सौपा गया था, जिसमें अन्य मांगों के साथ हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया था. समय सीमा बीत चुका है. देखना दिलचस्प होगा कि आखिर कब तक पुलिस इस हत्या कांड से पर्दा उठा पाती है.
रिपोर्ट-पंचम झा