दुमका(DUMKA):शारदीय नवरात्र का त्यौहार चल रहा है. दुमका जिला या देवी सर्व भूतेषु के मंत्रों से गुंजायमान है. लोग हर्षोल्लास पूर्वक देवी की आराधना में लीन है. ऐसे समय मे जिले में साम्प्रदायिक सौहार्द बनी रहे इसको लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है. तमाम प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गयी है. डीसी ए दोड्डे और एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार की संयुक्त अध्यक्षता में इंडोर स्टेडियम में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आयोजित की गई.
या देवी सर्व भूतेषु के मंत्रों से गुंजायमान हुआ दुमका
बैठक में डीसी ए दोड्डे, एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार, एसडीओ कौशल कुमार, सभी एसडीपीओ, डीएसपी, बीडीओ, सीओ, थाना प्रभारी और पूजा कमिटी के लोग शामिल हुए. अधिकारियों ने पूजा कमिटी के लोगों की बातें सुनी. उनकी समस्याओं को जाना. सभी समस्या के समाधान का भरोशा दिया. उसके बाद पूजा कमिटी के सदस्यों को जिला प्रशासन की तैयारियों से अवगत कराया.
जाने क्या है प्रशासन की विशेष तैयारी
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए डीसी ने कहा कि जिले में साम्प्रदायिक सौहार्द बनी रहे यह प्राथमिकता है. डीजे पर पूर्णतः प्रतिबंध है. साउंड सिस्टम भी सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन के अनुरूप ही बजाना है. जो रूट चार्ट निर्धारित किया गए है उसे सभी को फॉलो करना है.
पूजा के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि पूजा के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सभी पूजा पंडालों और चौक चौराहों पर पुलिस बल के साथ दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है. महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार बनाने का निर्देश दिया गया है. सीसीटीवी के साथ आग से बचाव के उपकरण लगाने के निर्देश दिए गए है. डीजे पर प्रतिबंध रहेगा. साउंड सिस्टम में वैसे गाना नहीं बजाना है.जिससे किसी की धार्मिक भावना आहत हो. 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. रूट चार्ट निर्धारित किया गया है. कुछ मार्ग को वन वे बनाया गया है जगह जगह पार्किंग की व्यवस्था की गई है। सोशल मीडिया पर पैनी नजर रहेगी. अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाई की जाएगी.
जिला प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रही है
वैसे तो अभी तक पर्व त्यौहार के अवसर पर झारखंड की उपराजधानी दुमका में गंगा जमुनी तहजीब देखने को मिली है. इसके बाबजूद इस वर्ष जिला प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रही है. आगामी कुछ महीनों में लोक सभा का चुनाव होना है. असामाजिक तत्वों कि तरफ से चुनावी फायदे के लिए ऐसे अवसर पर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास कर सकते है प्रशासन को इसका अंदेशा है.
रिपोर्ट-पंचम झा